जामताड़ा. पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता की. कहा कि सिकटिया डैम से केनाल में पानी नहीं छोड़ने के कारण केनाल से सिंचाई नहीं हो रहा है. केनाल में क्या कमी है, इसे विभाग को दूर करना चाहिए. सरकार से मांग है कि अभी से तैयारी शुरू कर दे कि किसानों की स्थिति कैसे ठीक रहेगा, सिंचाई की सुविधा कैसे कर सकें, इसका इंतजाम पहले ही सरकार करना चाहिए. मिट्टी से बने केनाल को दूसरे राज्यों के तर्ज पर सिमेंट का बनना चाहिए. ताकि पानी रुके नहीं और बहता रहे. पहले पानी चलाना चाहिए. माइक्रोलिफ्ट का भी इंतजाम किया गया है, लेकिन पानी नहीं है. कहा इस वर्ष भी पानी की कमी का असर खेतों में देखा जा रहा है. धनरोपनी का कार्य सावन महीने में तेजी से होता था, लेकिन अब तक ठीक से बिचड़ा तैयार नहीं हुआ. यदि कहीं बिचड़ा तैयार है भी तो पानी के अभाव में मर रहा है. मकई की भी वही हाल है. किसान मौसम विभाग के सूचना सुनते हैं और फिर वह निराश हो जाते हैं. माैसम विभाग कहता है कि तीन दिन भारी बारिश हाेने का आसार है. फिर कहता है कि मानसून धीमा हो गया है. फिर कहता है अभी मानसून 40 दिन पीछे चला गया है. ये सब जब किसान सुनते हैं तो किसानों में मायूसी बढ़ जाती है. कहा संथाल परगना में किसानों की मुख्य आमदनी का श्रोत खेती ही है. चाहे खरीफ, रबी व गरमा हो. बारिश नहीं होने से किसानों के बीच चिंता का विषय बन गया है. पिछले वर्ष भी खेती का यही हाल रहा. लगातार कई वर्षों से इसी तरह के हालत बनता जा रहा है. किसानों की आमदनी घट रही है. मौके पर जिला प्रवक्ता इरसाद उल हक आरसी, प्रभु मंडल, दाउद अंसारी आदि मौजूद थे.
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