मनरेगा कर्मियों की हड़ताल से योजना का कार्य प्रभावित

राज्य भर के मनरेगा कर्मियों की सेवा स्थायीकरण एवं मानदेय में वृद्धि की मांग पर 20 जुलाई से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण कई योजनाएं प्रभावित हो रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2024 7:31 PM

– बागवानी, अबुआ आवास, सिंचाई कूप जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं में लग रहा ग्रहण फोटो – 07 मनरेगा योजना में कार्यरत मजदूर (फोटो फाइल) प्रतिनिधि नारायणपुर – राज्य भर के मनरेगा कर्मियों की सेवा स्थायीकरण एवं मानदेय में वृद्धि की मांग पर 20 जुलाई से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण कई योजनाएं प्रभावित हो रही है. मनरेगा कर्मियों की हड़ताल से बिरसा हरित ग्राम आम बागवानी योजना, अबुआ आवास, टीसीबी, मेड़बंदी आदि योजनाएं प्रभावित है. नारायणपुर प्रखंड के 25 पंचायतों में मनरेगा से संचालित योजनाओं में शिथिलता देखने को मिल रही है. अगर नारायणपुर प्रखंड में सक्रिय मनरेगा मजदूरों की बात की जाए तो 35094 है जो मनरेगा में कार्यरत थे. पहले प्रति पंचायत लगभग 5000 मनरेगा मजदूर प्रतिदिन कार्य करते थे, जो हड़ताल के कारण यह आंकड़ा गिरकर प्रति पंचायत 1000 हो गया. नारायणपुर में कुल 20 मनरेगा कर्मी हैं, जिनमें बीपीओ, एइ, जेइ, रोजगार सेवक और कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल हैं. हड़ताली मनरेगा कर्मियों का कहना है कि हम लोग बरसों से दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन सरकार हमारे भविष्य को लेकर तनिक भी चिंतित नहीं है. सरकार हमारे भविष्य की चिंता करते हुए जब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है तब तक हड़ताल जारी रहेगी. बीडीओ मुरली प्रसाद यादव ने कहा कि कर्मियों की हड़ताल से मनरेगा की योजनाएं थोड़ी बहुत प्रभावित हुई है. हालांकि इस दौरान वैकल्पिक व्यवस्था भी की गयी है. रोजगार सेवक की जगह पंचायत सचिव को पंचायत में योजना क्रियान्वयन की जिम्मेदारी दी गयी है. प्रयास किया जा रहा है कि योजनाएं प्रभावित न हो.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version