समावेशी शिक्षा के लिए है जन आंदोलन की आवश्यकता : डॉ दिलीप सिंह
डायट पबिया में आदर्श पोषण वाटिका निर्माण के लिए कृषि एवं बागवानी आधारित प्रशिक्षण के साथ प्रोजेक्ट इंपैक्ट एनFपी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
जामताड़ा. डायट पबिया में आदर्श पोषण वाटिका निर्माण के लिए कृषि एवं बागवानी आधारित प्रशिक्षण के साथ प्रोजेक्ट इंपैक्ट एनFपी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में फतेहपुर प्रखंड के करीब 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया. प्रभारी प्राचार्य डॉ दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालयों में इको क्लब का गठन करना और पोषण वाटिका का निर्माण करना है. सिर्फ रिपोर्टिंग के लिए नहीं, बल्कि विद्यालयों में लगाए गए पौधे एवं पोषण वाटिका को संरक्षित करना भी है. उन्होंने राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन का ऑडियो सुनते हुए कहा कि हर हाल में विद्यालय में प्रोजेक्ट इंपैक्ट लागू करना है. कहा कि समावेशी शिक्षा मिले इसके लिए जन आंदोलन की आवश्यकता है, जिसके लिए शिक्षकों, अभिभावकों और समाज के प्रबुद्ध लोगों की भूमिका अहम है. मास्टर प्रशिक्षक हरदेव यादव एवं राम विनय सिंह ने सभी प्रतिभागियों को नेचुरल फार्मिंग एवं ऑर्गेनिक फार्मिंग की अवधारणा से अवगत कराया. मौके पर सीआरपी सुशांत मंडल तपन कुमार सिंह कृष्ण चंद्र महतो शिक्षक रीता कुमारी सरस्वती मॉडल अनिता कुमारी निर्मल महतो के अलावे, कार्यालय कर्मी शरत चंद्र गोस्वामी, शिव शंकर सोरेन उपस्थित थे।
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