पुरातन पतित जमीन में शव दफनाने को लेकर दो पक्ष हुए आमने-सामने
मुरलीपहाड़ी में पुरातन पतित जमीन में शव दफनाने को लेकर दो पक्ष के लोग आमने-सामने हो गए.
मुरलीपहाड़ी. पुरातन पतित जमीन में शव दफनाने को लेकर दो पक्ष के लोग आमने-सामने हो गए. यह घटना शनिवार की है. बताया जाता है कि नारायणपुर थाना क्षेत्र के शहरपुर पंचायत के पीठवाडीह ग्राम में मुस्लिम परिवार में रहमतुल्लाह नामक एक व्यक्ति की मौत हुई थी. अपराह्न तीन बजे दफनाने का वक्त तय किया गया था. यह खबर जब दूसरे पक्ष के लोगों को मिली तो इस विवादित जमीन में शव दफनाने का विरोध शुरू हुआ. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर वार करने को आतुर हो गए. एक पक्ष के लोगों का जहां हुजूम रहा. वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का भी हुजूम तैयार हो गया. दोनों ओर से बात भी शुरू हो गई. यह खबर पुलिस को मिली तो पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने सक्रिय होकर दोनों पक्षों को समझा कर मामला को तत्काल शांत कराया. हालांकि दूसरे पक्ष के लोग एक ही मांग पर अड़े रहे कि विवादित जमीन में किसी भी सूरत पर शव दफनाने का कार्य संपन्न नहीं होना चाहिए. जब खतियान में 363 तथा 364 दाग नंबर पुरातन पतित के नाम पर उल्लेखित है तो इसमें एक समुदाय विशेष के लोग किसी भी सूरत पर इसका उपयोग नहीं कर सकते हैं. गांव के रहने वाले दोनों संप्रदाय के लोगों का हक सरकारी जमीन पर होना चाहिए. हालांकि बढ़ते विवाद को देखते हुए एसडीपीओ विकास आनंद लागुरी, सीओ मुरली यादव, थाना प्रभारी चंदन कुमार तिवारी, सीआई निरंजन मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों ने अपने चतुराई से शव दफनाने के कार्य को संपन्न करवा दिया. कहा कि दोनों पक्षों के 10-10 गणमान्य व्यक्ति अंचल कार्यालय शाम 4:00 पहुंचे. मामले को एसडीओ के समक्ष रखा. समाचार लिखे जाने तक एक पक्ष के लोग अंचल कार्यालय पहुंचे थे.
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