कुंडहित. बांग्ला सावन के अंतिम दिन से शुरु होकर भादो माह के अंंतिम तक कुंडहित प्रखंड के बंगाली बहुल्य गांवों में विष की देवी मां मनसा की पूजा होगी. मान्यता है कि मां मनसा की पूजा करने से याचक और उसका परिवार विष के प्रभाव से मुक्त रहता है. मां मनसा को विषहरी देवी के रूप में जानते हैं और क्षेत्र के लोग मनसा देवी में अटूट आस्था रखते हैं. हर परिवार के एक सदस्य मां मनसा देवी का निर्जला उपवास में रहकर पूजा अर्चना के उपरांत ही जल ग्रहण करते हैं. माहव्यापी पूजन कार्यक्रम के पहले दिन शनिवार को केवटपाड़ा, बनकाठी, गड़जोड़ी, शिवराम, पालाजोड़ी, सियारसूली, खाजूरी, बागडेहरी, अम्बा, सालदहा, लौहट, हरिनारायणपुर आदि गांवों में मां मनसा देवी की प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से पूजा की गयी. इसके अलावे जिन गांवों में मंदिर नहीं है वहां देवी की कलश स्थापना कर आराधना की जाती है.
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