रांची : एक सितंबर से शुरू हुए ‘जेइइ मेन’ में शत-प्रतिशत परीक्षार्थियों की उपस्थिति नहीं रही है. विशेषज्ञों की मानें, तो ऐसा कोरोना संकट की वजह से हुआ है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित किये जा रहे जेइइ मेन के लिए झारखंड के पांच जिलों- रांची, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग और जमशेदपुर में कुल 10 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं.
परीक्षा के लिए राज्य में लगभग 23 हजार परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. परीक्षा छह सितंबर तक होनी है. शुक्रवार को परीक्षा का चौथा दिन था. इस दिन तक 14198 परीक्षार्थियों को इसमें शामिल होना था, लेकिन 11310 परीक्षार्थी ही परीक्षा केंद्र तक पहुंचे
यह आंकड़ा परीक्षार्थियों की कुल संख्या का 79.6 प्रतिशत है. यानी 20.4 प्रतिशत परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए. कोरोना संकट के बीच आयोजित की जा रही इस प्रवेश परीक्षा में परीक्षार्थियों की सहूलियत के पूरे इंतजाम किये गये थे.
एनटीए ने परीक्षार्थियों को मनमुताबिक सेंटर सिटी चुनने का मौका भी दिया. इसी अनुरूप परीक्षार्थियों ने अपने एडमिट कार्ड भी डाउनलोड किये. राज्य सरकार ने परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए परिवहन सेवा, होटल, लॉज आदि खोल दिये.
इसके बावजूद पिछले चार दिनों में 2885 परीक्षार्थी केंद्र पर परीक्षा देने नहीं पहुंचे. कई विद्यार्थी केंद्र बदल जाने के कारण, तो कई विद्यार्थी महामारी अौर केंद्र से दूर (दूसरे राज्य सहित) फंसे रहने के कारण समय पर नहीं पहुंच पाये.
कई परीक्षार्थियों ने कहा कि कोरोना संकट के कारण वे सही ढंग से परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाये, इसलिए परीक्षा में शामिल भी नहीं हुए.
केस स्टडी 1 : रांची के डीएवी कपिलदेव के छात्र गौरव कुमार जेइइ मेन में शामिल नहीं हो सके. वह लॉकडाउन के समय से ही बिहार के माेतिहारी जिले में फंसे हुए हैं. परीक्षा केंद्र रांची के तुपुदाना में था. तीन सितंबर को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में करीब 6000 रुपये खर्च हो रहे थे. परिवार की स्थिति को देखते हुए वह रांची नहीं आए. अब जनवरी के जेइइ मेन स्कोर को लेकर आगे बढ़ेंगे.
केस स्टडी 2 : रांची के एक कोचिंग संस्थान के छात्र रवि कुमार लॉकडाउन के कारण बिहार के मुंगेर जिले से रांची नहीं पहुंच सके. परीक्षा टाटीसिलवे केंद्र पर दो सितंबर को सेकेंड स्लॉट में होनी थी. सही समय पर केंद्र नहीं बदल सके. बस और ट्रेन के अभाव में निजी वाहन से रांची पहुंचना आसान नहीं था. ऐसे में परीक्षा नहीं दे सके. अब जेइइ मेन जनवरी की फिर से तैयारी करेंगे.
posted by : sameer oraon