Jharkhand News: हेमंत सोरेन की ड्राइविंग पर सरकार और विपक्ष की ओर से बयानबाजी हुई है. हेमंत सोरेन ने कहा है कि षड्यंत्रों पर विजय पाकर फिर से राज्य की स्टेयरिंग अपने हाथ में ली, तो भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि हेमंत सोरेन एक्सीडेंट कराने के लिए ड्राइविंग सीट पर बैठे हैं.
पदभार ग्रहण करने के बाद कार ड्राइव करके लौटे थे हेमंत सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में फिर से शपथ लेने क बाद हेमंत सोरेन प्रोजेक्ट भवन से खुद ही कार ड्राइव करके सीएम आवास लौटे थे. बगल में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन बैठी थीं. उसी दौरान कल्पना ने मुख्यमंत्री का जनता के नाम एक वीडियो संदेश अपने मोबाइल से रिकार्ड किया.
हेमंत सोरेन के वीडियो को 1.5 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा
इसमें हेमंत सोरेन कह रहे हैं कि अंततोगत्वा सारे षड्यंत्रों पर विजय पाकर हमने पुन: राज्य के विकास की स्टेयरिंग अपने हाथ में ली है. कल्पना सोरेन ने शुक्रवार सुबह 7:49 बजे अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर करीब 11 मिनट का यह वीडियो संदेश पोस्ट किया है. उनके इस वीडियो को अब तक 1.5 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
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झारखंड सोने की चिड़िया लेकिन लोग रोटी के लिए कर रहे संघर्ष
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने राज्य, यहां के आदिवासी-मूलवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यकों, गरीब, किसान, महिलाएं, युवाओं, जल-जंगल और जमीन को लेकर हमने बहुत कुछ सोच रखा है. झारखंड को लोग सोने की चिड़िया कहते हैं, लेकिन दुख होता है कि यहां के लोग दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करते हैं, पलायन करते हैं.
अब तक की किसी सरकार ने नहीं दिखाई संवेदनशीलता
हेमंत सोरेन कहते हैं कि इतने वर्षों तक चाहे किसी की भी सरकार रही हो, राज्य के प्रति जो संवेदनशीलता होनी चाहिए थी, वह नहीं रही. श्री सोरेन ने कहा कि वर्ष 2019 में राज्य की जनता ने हमें राज्य को दिशा देने का जिम्मा दिया. तुरंत कोरोना महामारी आ गयी. उस वक्त देश और राज्य की क्या स्थिति थी, सभी को पता है. दवा व डॉक्टरों की कमी और सीमित संसाधनों के बीच काम किया. हमारे दो-दो मंत्री शहीद हो गये. क्योंकि वे इस संकट में भी सड़क पर उतरकर काम करते रहे.
मैं भी राजनीति का शिकार हुआ
हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार चलाने के दौरान कई अवरोध आये. सरकार गिराना, विधायकों को खरीदना, एक अजीब सी राजनीति चली. इसका शिकार मैं भी हुआ. इसके कारण मुझे भी पांच महीने जेल में रहना पड़ा. मगर जो ताकत राज्य की जनता ने मुझे 2019 में दी थी, उसके दम पर मैंने सरकार को खरोंच भी नहीं आने दी. चंपाई सोरेन जी को सत्ता सौंप दी और मैं जेल चला गया. 5 महीने बाद न्यायालय के आदेश के बाद मैं बाहर आया, फिर से राज्य को दिशा देने और 2019 में जो संकल्प लिया था, उसे पूरा करने.
राज्य के हर व्यक्ति के लिए तेजी से काम करेंगे
हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में बहुत सी चुनौतियां हैं, बहुत से विषयों पर काम करने की जरूरत है. केंद्र सरकार की नीतियों के कारण रोजगार दिन-ब-दिन घट रहे हैं. छोटे और मंझोले उद्योग बंद हो रहे हैं, देश छोड़ कर जा रहे हैं. हमारे नौजवान भटकने को मजबूर हैं. हमारे कार्यकाल में, आपको जरूर एहसास होगा कि वर्तमान सरकार की सोच और उद्देश्य क्या है. किस रास्ते आगे बढ़ेगी. हमारा मूल वादा झारखंड के आदिवासी-मूलिवासियों के प्रति प्राथमिकता है.
हेमंत सोरेन सरकार की वजह से जनता परेशान : शिवराज
केंद्रीय मंत्री व भाजपा के झारखंड चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को पार्टी के आला नेताओं के साथ बैठक की. घोषणा पत्र समिति के संयोजक ने भावी कार्य योजना की जानकारी दी. वहीं आरोप पत्र समिति के संयोजक विरंची नारायण ने राज्य सरकार की खामियों पर रिपोर्ट रखी. बैठक के बाद श्री चौहान ने पत्रकारों से कहा कि हेमंत सोरेन का ड्राइविंग सीट पर बैठना एक्सीडेंट ही करायेगा. ये जितने दिन ड्राइविंग करेंगे, राज्य की जनता का नुकसान ही होगा.
हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड बर्बाद हुआ
शिवराज चौहान ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड पहले भी बर्बाद हुआ और आगे और होगा. राज्य की जनता परेशान है. हर तरफ लूट मची है. बिना पैसे के कोई काम नहीं होता. प्रधानमंत्री आवास के लिए बालू नहीं मिल रहा. यह ‘ठगबंधन सरकार’ धोखेबाज है. लोग छह महीने से पेंशन के लिए तरस रहे हैं. बिजली गायब रहती है. भ्रष्टाचार के कारण सरकार के पूर्व मंत्री और पदाधिकारी जेल में हैं.
भाजपा की बैठक में शामिल हुए ये नेता
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, प्रदेश महामंत्री व सांसद आदित्य साहू, सांसद डॉ प्रदीप वर्मा व बीडी राम, महामंत्री मनोज सिंह, विधायक सीपी सिंह, बिरांची नारायण, अनंत ओझा, नवीन जायसवाल, केदार हाजरा, अमित मंडल, सुनीता सिंह, अरुण उरांव सहित कई नेता मौजूद थे.
घोषणा पत्र के लिए हर वर्ग और संगठन से सुझाव लेगी भाजपा
बैठक में तय किया गया कि पार्टी घोषणा पत्र तैयार करने के लिए समाज के हर वर्ग से सुझाव लेगी. युवा, किसान, जनजातीय समाज सहित जन संगठनों तक पहुंचेगी. संविदा कर्मी, आउट सोर्सिंग पर काम करनेवालों व अन्य कर्मियों के साथ चर्चा होगी.
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