Jharkhand Panchayat Chunav 2022: झारखंड पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में गिरिडीह जिले की बदवारा पंचायत के मुरगुमी बूथ (तीन) कैप्चरिंग मामले में मुखिया प्रत्याशी विभा देवी सहित 11 लोगों को नामजद जबकि 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने आठ गिरफ्तार लोगों को गुरुवार की शाम को जेल भेज दिया, जबकि फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस जुट गई है. जेल जाने वालों में मुरगुमी निवासी मुखिया प्रत्याशी विभा देवी के अलावा जसीडीह के सिकदारडीह निवासी शेखर यादव, सारठ के बाभनगांवा निवासी आनंद सिंह, जसीडीह के बासाकोला निवासी बमशंकर राय और देवेंद्र प्रसाद राय, जमुआ गरडीह के बमशंकर सिंह, बहुरियाडीह के उदय नारायण देव, जियोटोल के मुन्ना नारायण देव शामिल हैं.
पीठासीन पदाधिकारी गाजो टुडू ने दर्ज कराया मामला
बूथ कैप्चरिंग मामले में फरार नामजद आरोपियों में मुरगुमी के सचिन सिंह, रमेश सिंह और कुलदीप सिंह के नाम शामिल हैं. पीठासीन पदाधिकारी गाजो टुडू ने मुखिया प्रत्याशी विभा देवी के नेतृत्व में बूथ पर नाजायज मजमा लगाकर कब्जा करने, सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने, आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने, सरकारी सेवक के ऊपर जानलेवा हमला करने सहित अन्य आरोप लगाया है. आवेदन के आधार पर कांड संख्या 118/22 के तहत केस दर्ज कर सभी को जेल भेजा गया है. इधर, बारासोली निवासी दिवाकर कुमार और शम्भू प्रसाद वर्मा को भी जेल भेजा गया है. इन पर पुलिसकर्मियों पर हमला बोलकर घायल करने का आरोप है.
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ऐसे किया बूथ कैप्चर
घायल पीठासीन पदाधिकारी गाजो टुडू ने बताया कि वे बदवारा पंचायत के मुरगुमी बूथ संख्या 3 में अन्य कर्मियों के साथ मतदान कराने पहुंचे थे. मतदान शुरू होने के कुछ ही देर बाद एक मुखिया उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ बूथ पर पहुंची और सभी मतदाताओं के हाथ से मुखिया का मतपत्र जबरन लेने लगी. इस दौरान कुछ महिलाएं मतदान केंद्र के अंदर चली गईं जबकि एक महिला दरवाजे पर दीवार की तरह खड़ी हो गई. मुखिया उम्मीदवार के मतपत्र के बंडल को पीठासीन पदाधिकारी से झपटकर दनादन मुहर लगाने लगे. विरोध करते हुए बोगस वोट को रोकने का प्रयास किया तो प्रत्याशी के समर्थक भड़क गए. जमकर गाली-गलौज की गई. समर्थकों ने उनके ऊपर जानलेवा हमला करते हुए पिटाई कर दी. परिचय पत्र में उनका नाम देखकर भला-बुरा कहते हुए उसे फाड़ डाले. संख्या बल के आगे बूथ पर मौजूद जवानों की एक न चली. एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह मौके पर पहुंचे. इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
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रिपोर्ट : मृणाल कुमार