झारखंड पंचायत चुनाव : गांवों में लग रही चुनावी चौपाल, आधी आबादी को ऐसे रिझा रहीं महिला प्रत्याशी
Jharkhand Panchayat Chunav 2022: पलामू जिले की रामबांध पंचायत की मुखिया सरिता देवी दूसरी बार पंचायत चुनाव में खड़ी हैं. नामांकन पर्चा भरने के बाद जनसम्पर्क अभियान में जुटी हैं. अपने कार्यकाल में सरकारी लाभ जरूरतमंदों के बीच पहुंचायीं. चुनाव जीतक महिलाओं को उनका हक दिलाने की बात कहती हैं.
Jharkhand Panchayat Chunav 2022: झारखंड पंचायत चुनाव का इस बार तीसरा टर्म है. महिलाओं में पंचायत चुनाव को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है. पिछली बार कमला देवी मोहम्मदगंज पंचायत की मुखिया बनी थीं. इस बार भी वे चुनाव मैदान में हैं. पंचायत चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि घर की दहलीज पार कर गांव के लोगों की सेवा कर उन्हें सुकून मिलता है. मोहम्मदगंज पंचायत का पूर्ण विकास हो, इसके लिए वे दूसरी बार चुनाव मैदान में खड़ी हैं. चुनावी चौपाल में महिला प्रत्याशी महिलाओं को उनका हक व अधिकार दिलाने का वादा कर रही हैं.
महिलाओं को उनका हक दिलाने का वादा
पलामू की रामबांध पंचायत की मुखिया सरिता देवी दूसरी बार चुनाव में खड़ी हैं. नामांकन पर्चा भरने के बाद लोगों के बीच जनसम्पर्क अभियान में लगी हैं. अपने कार्यकाल में सरकारी लाभ जरूरतमंदों के बीच पहुंचायीं. घर की दहलीज से बाहर निकल कर महिलाओं को उनका हक दिलाने की बात कहती हैं. इधर, भजनिया पंचायत के मुखिया चंदन प्रसाद पंचायत चुनाव पिछले दो बार से जीत रहे हैं. इस बार वे अपनी पत्नी सुमित्रा देवी को पंचायत चुनाव में आरक्षण के आधार पर पहली बार चुनाव लड़ा रहे हैं. सुमित्रा देवी घर की दहलीज से बाहर आकर महिलाओं के हक की लड़ाई के साथ गांव का विकास करना चाहती हैं. पति के अधूरे कार्यों को पूरा करेंगी. रामबांध पंचायत से पहली बार चुनाव लड़ रही महिला प्रत्याशी राजकुमारी देवी घर की दहलीज से बाहर निकलकर गांव के साथ गांव की आधी आबादी की सेवा करना चाहती हैं. नामांकन के बाद गांव में अपना अभियान छेड़ रखा है. जनसम्पर्क में जुट चुकी हैं. महिलाओं के अधिकार के साथ उन्हें स्वावलंबी बनाने की बात करती हैं.
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सजने लगी चुनावी चौपाल
प्रत्याशी पूजा चौधरी भी पहली बार घर की दहलीज से बाहर आकर पंचायत समिति सदस्य का चुनाव भजनिया पंचायत से लड़ने वाली हैं. पति अनिल चौधरी पहले इस पंचायत से वार्ड सदस्य के रूप में लोगो की सेवा कर चुके हैं. वे भी चुनाव जीत कर महिलाओं को हक दिलाना चाहती हैं. लटपॉरी पंचायत की मुखिया दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं. गर्मी व लू से बचने में लिए महिला प्रत्याशियों का जत्था अहले सुबह गांव में पहुंच कर चौपाल पर एकत्र होता है. दोपहर में गांव में जनसंपर्क के बाद शाम ढलते दूसरे गांव में कूच कर जाता है. चुनावी चर्चा व मतदातओं को रिझाने में महिलाओं का समूह आगे है. मोहम्मदगंज प्रखंड की कुल आठ पंचायतों में महिला मुखिया प्रत्याशी की संख्या अधिक है. कुल 61 प्रत्याशी में 39 महिलाएं शामिल हैं. पंसा व कादल कुर्मी पंचायत में इस बार महिलाओं की संख्या अधिक है, जो इस बात को दर्शाती है कि घर की दहलीज पार कर गांव के विकास में उनकी भी भागीदारी पुरुषों से कम नहीं है.
रिपोर्ट : कुंदन कुमार