झारखंड पंचायत चुनाव: लोगों को डरा धमकाकर चुनाव लड़ने से रोकने वाला उम्मीदवार गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

झारखंड पंचायत चुनाव में रामगढ़ के पतरातू से नामांकन करनेवाले जिप सदस्य निशांत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उस पर आरोप है कि उन्होंने दूसरे इच्छुक लोगों को डरा धमका कर चुनाव नामांकन दाखिल नहीं करने दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 5, 2022 2:06 PM

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पतरातू जिला परिषद भाग पांच से नामांकन करनेवाले एकमात्र उम्मीदवार निशांत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है़ निशांत सिंह पांडेय गिरोह के मारे गये सरगना किशोर पांडेय का साला व निशि पांडेय का भाई है़ निशांत सिंह पर डरा धमका कर चुनाव लड़ने के इच्छुक अन्य लोगों को नामांकन नहीं करने देने का आरोप है़

यह जानकारी एसपी प्रभात कुमार ने बुधवार को जिला पुलिस कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी. एसपी ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया चल रही है़ इसी क्रम में जानकारी मिली कि पतरातू प्रखंड के जिला परिषद भाग संख्या पांच के लिए निशांत सिंह ने अन्य लोगों को डरा-धमका कर नामांकन करने से रोक दिया है.

वह स्वयं एकमात्र नामांकन कर निर्विरोध निर्वाचित होना चाहता है. नामांकन करने के लिए पर्चा लेने वाले सभी लोगों से पूछताछ की गयी, इससे यह बात सामने आयी कि निशांत सिंह ने पलामू जेल में बंद पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी, पांडेय गिरोह की सक्रिय सदस्य निशी पांडेय, विकास साव अन्य के सहयोग से बाकी उम्मीदवारों को जान से मारने की धमकी देकर, पर्चा छीन कर, प्रलोभन देकर व नामांकन के दौरान उम्मीदवार को जबरन अपनी गाड़ी में बैठा कर नामांकन करने से रोक.

एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि इसे लेकर पतरातू थाना में चार मई को कांड संख्या 76/22 धारा 342/171ई/171एफ/504/506/120बी, पंचायती राज अधिनियम 2021 की धारा 68(क) व लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 123 की खंड एक व खंड दो के तहत मामला दर्ज किया गया है. निशांत सिंह को निर्वाचन अपराधों व भ्रष्ट आचरण, स्वतंत्र व निष्पक्ष निर्वाचन के निर्विघ्न संचालन में बाधा उत्पन्न कर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के अरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही धमकी देने में शामिल अन्य लोगों की भी खोज की जा रही है. पत्रकार सम्मेलन में पतरातू के एसडीपीओ वीरेंद्र चौधरी समेत अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे.

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