खलारी में दूरसंचार सेवा की बदतर हालत

खलारी : खलारी में टेलीकॉम सुविधाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है. वैसे तो कई महीनों से लोग खराब नेटवर्क से परेशान थे, लेकिन विगत तीन दिनों से बीएसएनएल, एयरटेल, वोडाफोन सहित अन्य टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क से बात करना मुश्किल हो गया है. क्षेत्र में बीएसएनएल के बाद सर्वाधिक उपभोक्ता एयरटेल के हैं. विभागीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2017 8:37 AM
खलारी : खलारी में टेलीकॉम सुविधाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है. वैसे तो कई महीनों से लोग खराब नेटवर्क से परेशान थे, लेकिन विगत तीन दिनों से बीएसएनएल, एयरटेल, वोडाफोन सहित अन्य टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क से बात करना मुश्किल हो गया है. क्षेत्र में बीएसएनएल के बाद सर्वाधिक उपभोक्ता एयरटेल के हैं. विभागीय सूत्रों के अनुसार केडी खलारी स्थित एयरटेल टावर में जिस क्षमता का बीटीएस लगा है, उसकी अपेक्षा उपभोक्ताओं की संख्या ज्यादा हो गयी है. एयरटेल खलारी में फोर जी सेवा की स्पीड टू जी के बराबर हो गयी है.
आठ महीने से बंद है लैंडलाइन : हाल ही में रांची आये केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि बीएसएनएल के प्रति जो लोगों की खराब धारना थी, अब बदल गया है. मंत्री जी ने दावा किया कि बीएसएनएल अब ‘बेहतर सेवा नयी लगन’ बन गयी है. लेकिन खलारी जैसे कोयला औद्योगिक क्षेत्र में सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं. बीएसएनएल की कनेक्टिंग इंडिया ने खलारी को डिस्कनेक्ट कर रखा है. पिछले आठ महीने से खलारी में लैंडलाइन सेवा ठप है.
अनिश्चितकाल के लिए बंद हुआ ब्रॉडबैंड : विगत आठ महीने क्षेत्र में लैंडलाइन तो बंद था ही, 15 दिनों से ब्रॉडबैंड सुविधा भी बंद हो गयी है. यह कब चालू होगा, इसमें अनिश्चितता है. वाटर सप्लाई के लिए पाइप बिछानेवाले पेयजल स्वच्छता विभाग के ठेकेदार ने करीब तीन किलोमीटर केबल क्षतिग्रस्त कर दिया है. बीएसएनएल के जेटीओ का कहना है कि केबल के लिए प्रयास जारी है. नया केबल लगा दिया जायेगा.
व्यवस्था नहीं सुधरी तो तालाबंदी : जिप सदस्य अब्दुल्ला अंसारी ने कहा कि दो दिनों में नेटवर्क सुविधा नहीं सुधरी तो एयरटेल के टावर तथा टेलीफोन एक्सचेंज में तालाबंदी कर दी जायेगी. नेटवर्क की परेशानी से लोगों का आय, आवासीय, जाति जैसे सर्टिफिकेट नहीं बन पा रहे हैं. रिजल्ट निकला है. कई बच्चों को दाखिले के लिए सर्टिफिकेट चाहिए. कई युवकों को नौकरी में आवेदन के लिए प्रमाण पत्र चाहिए.

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