खूंटी : झारखंड के खूंटी जिले में ग्रामीणों ने डीएसपी, थाना प्रभारी सहित सैकड़ों पुलिसकर्मियों को करीब 12 घंटे बंधक बनाकर रखा. बंधक बनाये गये डीएसपी, थाना प्रभारी समेत सभी जवानों को ग्रामीणों ने 12 घंटे बाद मुक्त किया है. पूरे मामले पर नजर डालें तो खूंटी थाना क्षेत्र के कोताम सिलादोन गांव में बेरिकेटिंग हटाने गये डीएसपी रणवीर सिंह को गांव के लोगों ने बंधक बना लिया. रात नौ बजे जैसे ही डीएसपी को ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाने की सूचना पुलिस मुख्यालय को मिली, खूंटी के एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस बल को खूंटी रवाना कर दिया गया.
डीएसपी और उनके साथ गये पुलिस बल को ग्रामीणों से मुक्त कराने के लिए एसपी और पुलिस बल के साथ खूंटी के कई वरीय अधिकारी भी कोताम सिलादोना गांव गये. बताया गया है कि कोताम सिलादोन के लोगों ने पत्थरगड़ी के लिए गांव के बाहर बैरिकेटिंग कर रखी थी.
डीएसपी को इसकी सूचना मिली, तो वह कुछ जवानों के साथ बैरिकेटिंग हटाने गांव पहुंच गये. बैरिकेटिंग हटाने के बाद लौटने के क्रम में ग्रामीणों ने पहले सड़क जाम कर उनका रास्ता रोका और बाद में डीएसपी और उनके साथ गये जवानों को बंधक बना लिया.
जानकारी के अनुसार ग्रामीण पुलिस की हवाइ फायरिंग से गुस्से में थे आैर इतना ही नहीं पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठी चार्ज भी किया. इसी की वजह से ग्रामीणों ने पुलिस को बंधक बनाया. सूचना के अनुसार सभी पुलिस कर्मी को सुबह 7 बजे बंधक से मुक्त किया गया, इस मामले में डीसी की भूमिका सहरानीय रही.