चप्पे-चप्पे पर थी पुलिस की तैनाती

खूंटी. खूंटी के कांकी गांव में 24 अगस्त को पुलिस अधिकारियों को बंधक बनाये रखने के मामले के मुख्य आरोपी बिरसा पाहन की 10 अक्तूबर को गिरफ्तारी के बाद 11 अक्तूबर को पुलिस काफी सतर्क दिखी. पुलिस को आशंका थी कि उक्त गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीण विरोध प्रकट करने खूंटी आ सकते हैं. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2017 12:26 PM

खूंटी. खूंटी के कांकी गांव में 24 अगस्त को पुलिस अधिकारियों को बंधक बनाये रखने के मामले के मुख्य आरोपी बिरसा पाहन की 10 अक्तूबर को गिरफ्तारी के बाद 11 अक्तूबर को पुलिस काफी सतर्क दिखी. पुलिस को आशंका थी कि उक्त गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीण विरोध प्रकट करने खूंटी आ सकते हैं.

इस आशंका को लेकर खूंटी, भंडरा मोड़, सिलादोन पथ पर रैप, जैप, जिला पुलिस बल को एंटी लैंड माइन व वज्र वाहन के साथ तैनात किया गया था. काफी संख्या में महिला पुलिस की भी तैनाती गयी थी. भंडरा चौक पर पुलिस बल की तैनाती प्रोवेशनर डीएसपी आशुतोष कुमार सत्यम व थानेदार अहमद अली के नेतृत्व में की गयी थी. खुद डीसी डॉ मनीष रंजन, एसपी अश्विनी सिन्हा, ऑपरेशन एएसपी अनुराग राज, सीओ विजय कुमार, एसडीपीओ रणवीर सिंह, डीएसपी विकास आनंद लागुरी खूंटी थाना में कैंप कर पल-पल की जानकारी ले रहे थे. हालांकि शाम तक विरोध का कोई भी मामला सामने नहीं आया.

फरार आरोपियों की तलाश जारी

पुलिस उक्त घटना में नामजद बबिता कच्छप, विजय कुजूर, कृष्णा हांसदा, नथनियल मुंडा, बालगोविंद तिर्की, यासफ पूर्ति उर्फ प्रोफेसर, सुखराम मुंडा की सरगर्मी से तलाश कर रही है.

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