एक एकड़ जमीन पर मिले एक नौकरी

झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा की बैठक में मांगों पर विमर्श खलारी/डकरा : झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा की बैठक पुरनाडीह कुसुम टोला मैदान में हुई. इसमें विस्थापितों की समस्या पर चर्चा की गयी. विस्थापित ग्रामीणों के रोजगार के लिए कोयला उत्पादन का 50 प्रतिशत कोयले का उठाव रोड सेल से करने का निर्णय लिया गया. सीएसआर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2017 12:11 AM
झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा की बैठक में मांगों पर विमर्श
खलारी/डकरा : झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा की बैठक पुरनाडीह कुसुम टोला मैदान में हुई. इसमें विस्थापितों की समस्या पर चर्चा की गयी. विस्थापित ग्रामीणों के रोजगार के लिए कोयला उत्पादन का 50 प्रतिशत कोयले का उठाव रोड सेल से करने का निर्णय लिया गया.
सीएसआर की राशि गांव में शत-प्रतिशत खर्च करने, विस्थापित गांव में बिजली, सड़क, शिक्षा तथा स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराने कीभी मांग की गयी. कहा गया कि जमीन के बदले मिलनेवाली नौकरी में दो एकड़ के बदले मिलनेवाली नौकरी के नियम में संशोधन कर एक एकड़ जमीन के बदले एक नौकरी दी जाये. साथ ही मुआवजा राशि 36 लाख रुपये प्रति एकड़ दी जाये. विस्थापन एवं पुनर्वास की व्यवस्था, विस्थापितों को पहचान पत्र देने, कोयला उत्पादन के बाद जमीन समतलीकरण कर रैयतों को वापस करने सहित कई मांग बैठक में तय की गयी. इन सभी मांगों को लेकर एकजुट होकर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया.
वक्ताओं ने कहा कि आज विस्थापन पुनर्वास के नाम पर कोई सुविधा नहीं दी जा रही है. बैठक को बिगन सिंह भोगता, निर्मल उरांव, रंथू उरांव कमल मुंडा, बहुरा मुंडा, अजय तिर्की, तुलसी गंझू, प्रकाश महतो, सुरेश उरांव, जेपी महाराज, सुरेश महतो, बालेश्वर उरांव, रमेशर भोगता ने संबोधित किया.
अध्यक्षता विश्वनाथ गंझू ने की. संचालन
महेंद्र उरांव ने किया. मौके पर राजेंद्र उरांव, देवनारायण गंझू, प्रदीप उरांव, भरत गंझू, किशुन मुंडा, गणेश उरांव, सोमर गंझू, रामचंद्र उरांव, पंकज मुंडा, किशुन गंझू सहित विस्थापित परिवार उपस्थित थे.

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