भारतीय शिल्प व्यापार मेला शुरू, एसडीओ प्रणव कुमार पाल ने कहा, मेला से शिल्पकारों को मिलता है बढ़ावा
खूंटी: मेला से शिल्पकारों और परंपरागत कला को बढ़ावा मिलता है. मेला लगने से जिले के लोग दूसरे प्रदेशों की कलाकृति और हस्तनिर्मित सामग्री से परिचित भी होते हैं. शिल्पकारों को भी व्यापार करने का अच्छा माध्यम मिलता है. उक्त बातेें कचहरी मैदान में भारतीय शिल्प व्यापार मेला का उदघाटन करते हुए एसडीओ प्रणव कुमार […]
खूंटी: मेला से शिल्पकारों और परंपरागत कला को बढ़ावा मिलता है. मेला लगने से जिले के लोग दूसरे प्रदेशों की कलाकृति और हस्तनिर्मित सामग्री से परिचित भी होते हैं.
शिल्पकारों को भी व्यापार करने का अच्छा माध्यम मिलता है. उक्त बातेें कचहरी मैदान में भारतीय शिल्प व्यापार मेला का उदघाटन करते हुए एसडीओ प्रणव कुमार पाल ने बतौर मुख्य अतिथि कही. मेला का आयोजन गुजराती समाज हैंडीक्राफ्ट एंड हैंडलूम डेवलपमेंट संस्थान रांची ने किया है. एसडीओ अपने परिवार के साथ मेला का निरीक्षण भी किया.
संस्था के अध्यक्ष संजीव तिवारी ने कहा कि मेले में मेक इन इंडिया के तर्ज पर हस्तशिल्प और हस्तकला को बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. मेला में 90 स्टॉल लगाये गये हैं. मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के झूले आदि भी लगाये गये हैं. कहा कि मेला 22 दिसंबर तक चलेगा. मौके पर अजीत भकोड़िया, पुष्पक पाल, सुनील राठौर, फूलमनी टोप्पो, बबलू कुमार, महेंद्र सिंह, अजय यादव, विजय यादव, कपिल कुमार, महबूब आलम, बबलू नंदा, अजीत कुमार पांडे, सूपन कुमार, गौरी शंकर आदि मौजूद थे.
मेला में ये हैं आकर्षण का केंद्र : भदोही की कालीन, आसाम के बांस से बने सामान, नागालैंड के ड्राई फ्लावर, गुजरात का बांधनी सूट, कच्छ की चादरें, खादी ग्रामोद्योग के वस्त्र और पोशाक सहित देश के विभिन्न हिस्सों के प्रसिद्ध हस्तनिर्मित सामग्री के स्टॉल शामिल हैं.