बंद से 18 करोड़ का आर्थिक नुकसान

पिपरवार : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का आहूत एकदिवसीय बंद का पिपरवार कोयलांचल में व्यापक असर देखा गया. सीएचपी/सीपीपी परियोजना से बचरा साइडिंग की कोयला ढुलाई मध्य रात एक बजे के बाद बंद हो गयी. अशोक परियोजना खदान से आरसीएम साइडिंग व पिपरवार-केडीएच साइडिंग की कोयला ढुलाई एवं रैक लोडिंग का काम सुबह से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2018 5:08 AM
पिपरवार : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का आहूत एकदिवसीय बंद का पिपरवार कोयलांचल में व्यापक असर देखा गया.
सीएचपी/सीपीपी परियोजना से बचरा साइडिंग की कोयला ढुलाई मध्य रात एक बजे के बाद बंद हो गयी. अशोक परियोजना खदान से आरसीएम साइडिंग व पिपरवार-केडीएच साइडिंग की कोयला ढुलाई एवं रैक लोडिंग का काम सुबह से बंद हुआ.
दिनभर साइडिंगों में सन्नाटा पसरा रहा. अशोक, चिरैयाटांड़, व कल्याणपुर कोल डंप से रोड सेल के माध्यम से कोयले की बिक्री नहीं हो सकी. लंबी दूरी की यात्री बसें नहीं चलीं. इससे आमजनों को काफी परेशानियों का समाना करना पड़ा. कोयलांचल के सभी पेट्रोल पंपों में ताले लटके रहे. बैंक ऑफ इंडिया व पंजाब नेशनल बैंक भी बंद रहे. सीसीएल के उत्पादन माह के अंतिम दिनों में बंद से लक्ष्य प्राप्ति में अवरोध उत्पन्न हुआ है.
हालांकि क्षेत्र की अशोक व पिपरवार खदानों में विभागीय उत्पादन सामान्य रहने की सूचना है. बाजार की दुकानें भी खुली रहीं. बंदी से सीसीएल पिपरवार क्षेत्र को लगभग छह करोड़ व भारतीय रेलवे को 12 करोड़ राजस्व का नुकसान होने का अनुमान है. बंद के दौरान पुलिस गश्त जारी रही. बंद के दौरान कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.

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