स्कूल विलय के विरोध में अभिभावक
खलारी : विद्यालयों के नजदीकी विद्यालय में विलय के नीतिगत निर्णय का विरोध शुरू हो गया है. इसी विरोध के तहत शनिवार को बीइइओ रामनाथ राम से मिलने के लिए विलय हुए कई विद्यालयों के बच्चों के अभिभावक बीआरसी खलारी बाजरटांड़ पहुंचे. इनमें अधिकतर केकराहीगढ़ा व चीनाटांड़ की महिलाएं थीं. महिलाओं ने बताया कि नवसृजित […]
खलारी : विद्यालयों के नजदीकी विद्यालय में विलय के नीतिगत निर्णय का विरोध शुरू हो गया है. इसी विरोध के तहत शनिवार को बीइइओ रामनाथ राम से मिलने के लिए विलय हुए कई विद्यालयों के बच्चों के अभिभावक बीआरसी खलारी बाजरटांड़ पहुंचे. इनमें अधिकतर केकराहीगढ़ा व चीनाटांड़ की महिलाएं थीं. महिलाओं ने बताया कि नवसृजित प्राथमिक विद्यालय केकराहीगढ़ा का विलय लगभग तीन किमी दूर नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सरना क्लब केडीएच में कर दिया गया.
इस विद्यालय में करीब 45 बच्चे व एक शिक्षक थे.
लंबे समय की मांग के बाद विश्रामपुर पंचायत के केकराहीगढ़ा में सरकारी विद्यालय खोला गया था. उन्होंने बताया कि जिस मार्ग से बच्चे आना-जाना करेंगे वह ट्रांस्पोर्टिंग मार्ग है. जिसमें दुर्घटना का भय बना रहेगा. वहीं चीनाटांड़ से आयी महिलाओं ने बताया कि उनके बच्चे प्राथमिक विद्यालय चीनाटांड़ में पढ़ते हैं. इस विद्यालय का विलय ढाई किमी दूर प्राथमिक विद्यालय मायापुर में कर दिया गया. चीनाटांड़ से मायापुर पहुंचने के लिए बच्चों को नदी व रेल लाइन पार करना होगा, जो जोखिम भरा रहेगा. इसी तरह राजकीय मध्य विद्यालय चूरी मानकी का प्राथमिक मध्य विद्यालय राय में विलय किये जाने का विरोध किया जा रहा है. महिलाओं ने गुरु गोष्ठी में आये बीइइओ रामनाथ राम को मांग पत्र सौंपा. रामनाथ राम ने कहा कि यह सरकार का नीतिगत फैसला है. विलय करने से पूर्व केंद्रीय टीम स्कूलों का निरीक्षण की थी. हालांकि उन्होंने आश्वस्त किया कि वे अभिभावकों की मांग उच्च अधिकारी तक पहुंचा देंगे. इधर प्रखंड प्रमुख सोनी तिग्गा ने भी विलय होनेवाले इन विद्यालयों को यथावत रखने की मांग की है. अभिभावकों के साथ अशोक राम, शंभु दास, प्रदीप यादव, अमित प्रसाद गुप्ता, शकुंती देवी, अख्तर खान आदि शामिल थे.