रांची : खूंटी के कोचांग में स्थित स्कॉटमैन मेमोरियल मिडिल स्कूल की उप प्राचार्य सिस्टर दोरोथी ने कहा कि नुक्कड़ नाटक की टोली की ओर से स्कूल प्रबंधन को उनके आने की किसी तरह की सूचना नहीं दी गयी थी.
उप प्राचार्य ने कहा : मंगलवार को टीम के सदस्य अचानक से स्कूल पहुंच गये. घटना के दो दिन बाद गुरुवार को सीआरपीएफ की टीम स्कूल पहुंची. स्कूल में कार्यरत स्टाफ और सिस्टरों को लगा कि सीआरपीएफ की टीम घटना की जानकारी लेने आयी है. लेकिन उन्होंने किसी से कुछ नहीं पूछा. फादर अल्फांसो आइंद स्कूल परिसर से नीचे लेकरचली गयी.
सीआरपीएफ की टीम ने फादर को ले जाने संबंधी कोई भी जानकारी स्कूल में कार्यरत किसी भी शिक्षक को नहीं दी. जब फादर और शिक्षक राबर्ट हसापूर्ति देर तक नहीं आये, तो स्कूल की सिस्टर ने जानकारी लेनी शुरू की. पता चला कि टैबो घाटी होते हुए फादर और शिक्षक राबर्ट हसापूर्ति को पुलिस खूंटी ले गयी है. इसके बाद पीछे-पीछे हमलोग भी खूंटी गये.
एक सवाल के जवाब में सिस्टर दोरोथी ने कहा : नाटक मंडली की पांचों लड़कियों के साथ दुष्कर्म की जानकारी भी हमें अखबारों में प्रकाशित खबरों से मिली. सिस्टर दोरोथी ने कहा : स्कूल परिसर में न तो कभी पहले और न ही घटना के दिन पत्थलगड़ी से संबंधित कोई भी व्यक्ति आया. हालांकि रविवार को मामले में मास्टरमाइंड जॉन जोसान तिड़ू ने प्रभात खबर से बातचीत में यह कबूल किया था कि वह फादर व सिस्टरों के अलावा शिक्षकों से स्कूल जाकर मिलते रहता है. ऐसे में यह जांच का विषय है कि सच क्या है़
उपप्राचार्य ने कहा
पत्थलगड़ी से संबंधित कोई भी व्यक्ति कभी भी स्कूल नहीं आया
तिड़ू ने बातचीत में कहा था
इस क्षेत्र के सारे बच्चे इसी स्कूल में पढ़ते हैं. उनका एडमिशन वहां ही होता है. एेसे में स्कूल के फादर और सिस्टर से मिलना-जुलना लगा रहता है
ग्राम सभा चला रही सर्च अभियान
दुष्कर्मियों की खोज के लिए ग्राम सभा की ओर से भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है. दक्षिणी अड़की ग्राम सभा की टीम बनायी गयी है. इसमें कोचांग, कुरुंगा सहित कई गांव के लोग शामिल हैं. ये लोग आराोपियों को खोज रहे हैं.
गांव के लोगों ने साधी चुप्पी
– स्कूल में लटक रहा ताला, चर्च के गेट पर भी सोमवार को अंदर से ताला लटक रहा.
– चर्च के बगल में स्कूल का छात्रावास है. मुख्य द्वार बंद है. कोई सामने आने के लिए तैयार नहीं