खूंटी : तीन गांवों में नहीं हुई पत्थलगड़ी, शिलापट्ट धरे रह गये
खूंटी : खूंटी और मुरहू प्रखंड के तीन गांवों सपारूम, सेनेगुटू और हितूटोला में प्रस्तावित पत्थलगड़ी का कार्यक्रम ग्रामीणों ने रविवार को स्थगित कर दिया. ग्रामीणों ने 30 जून को ही जिला प्रशासन को मौखिक तौर पर सूचना दे दी थी कि वे लोग पत्थलगड़ी नहीं करेंगे. उन्होंने कहा था कि वह किसी विवाद में […]
खूंटी : खूंटी और मुरहू प्रखंड के तीन गांवों सपारूम, सेनेगुटू और हितूटोला में प्रस्तावित पत्थलगड़ी का कार्यक्रम ग्रामीणों ने रविवार को स्थगित कर दिया.
ग्रामीणों ने 30 जून को ही जिला प्रशासन को मौखिक तौर पर सूचना दे दी थी कि वे लोग पत्थलगड़ी नहीं करेंगे. उन्होंने कहा था कि वह किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते.
इस कारण रविवार को इन गांवों में न कोई पत्थलगड़ी समर्थक दिखा और न ही स्वयंभू नेता. वहीं गांव में रैपिड एक्शन फोर्स और झारखंड पुलिस के जवान मुस्तैद थे.
दूसरी ओर सेनेगुटू और सपारूम में गांव के सीमाने पर शिलापट्ट बन कर तैयार था, लेकिन उसकी विधिवत स्थापना करनेवाले स्वयंभू नेता भूमिगत थे. तीनों गांवों में पत्थलगड़ी कार्यक्रम की रूपरेखा 15 दिन पहले ही बन गयी थी. इससे पूर्व 25 जून को घाघरा और कुदाडीह व मदगाड़ा में पत्थलगड़ी की गयी थी. इसके बाद उक्त गांवों मेें पत्थलगड़ी करने की योजना थी. घाघरा में पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा चार पुलिसकर्मियों को अगवा किये जाने के बाद पुलिस की कार्रवाई से पत्थलगड़ी नेता अंडरग्राउंड हो चुके हैं. पुलिस गांव-गांव में छापेमारी कर रही है. पुलिस का प्रचार अभियान : किसी के बहकावे में नहीं आये, निर्दोष ग्रामीणों को घबराने और परेशान होने की जरूरत नहीं.