स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करना भी देश सेवा ही है : CM रघुवर दास
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि खूंटी जिला को ओडीएफ बनाने में स्वयं सहायता समूह, सामाजिक संगठन एवं सहिया दीदीयों ने प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है. आगामी 27 सितंबर को भारत के उपराष्ट्रपति माननीय वैंकया नायडू झारखण्ड पधार रहे हैं. इसी दिन राज्य के पांच जिलों को ओडीएफ घोषित करना है, जिसमें […]
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि खूंटी जिला को ओडीएफ बनाने में स्वयं सहायता समूह, सामाजिक संगठन एवं सहिया दीदीयों ने प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है. आगामी 27 सितंबर को भारत के उपराष्ट्रपति माननीय वैंकया नायडू झारखण्ड पधार रहे हैं. इसी दिन राज्य के पांच जिलों को ओडीएफ घोषित करना है, जिसमें खूंटी जिला भी शामिल है. 15 सितंबर से 02 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम पूरे राज्य में चलाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान मिशन को गति देने के निमित मैं आज खूंटी में आप सब के बीच उपस्थित हुआ हूं. भगवान बिरसा मुंडा ने देश के लिए अपनी जान की कुर्बानी दी. हम सब देश के लिए जीएं. जो जहां है वहीं छोटे-छोटे काम करके देश सेवा कर सकते हैं. अपने आस-पास के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना भी देश सेवा ही है.
ये बातें मुख्यमंत्री ने खूंटी के दतिया गांव में स्वच्छता सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत चैपाल में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा है के भाव से खूंटी जिला की जल सहिया दीदीयों ने काम किया है. जल सहिया दीदीयों को राज्य सरकार प्रति शौचालय के निर्माण में 75 रूपये प्रोत्साहन राशि दे रही है. आप मन लगाकर कार्य करें. आप सहिया दीदीयों का भी पहचान आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की तरह हो इस पर सरकार विचार करेगी.
उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ बच्चों को स्वच्छता का पाठ अवश्य पढ़ायें. सभी स्कूलों में हर दिन 15 मिनट का समय सफाई कार्य पर शिक्षक एवं बच्चे अवश्य दें. बच्चों को अच्छी संस्कार दें ताकि आगे चलकर वे अच्छा नागरिक बनें. मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी जनता की छोटी-छोटी बुनियादी आवश्यकता पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. हमारी सरकार ने छोटी-छोटी बुनियादी आवश्यकता जैसे सड़क, शिक्षा, बिजली, पानी इत्यादि आवश्यकताओं पर फोकस किया.
उन्होंने कहा कि नवंबर 2018 तक घर-घर तक बिजली पहुंचाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. महिलाओं का विशेष ध्यान रखते हुए प्रत्येक घर में शौचालय निर्माण कराया गया. 2014 से पहले राज्य में ओडीएफ 14 प्रतिशत थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने अब तक ओडीएफ 86 प्रतिशत हो गयी है. 02 अक्टूवर 2018 को पूरा झारखण्ड को ओडीएफ किये जाने का लक्ष्य है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोगों का जनधन खाता खुलवाया गया. केंद्र सरकार के चार साल के कार्यकाल में गांव, गरीब और किसान की आर्थिक, सामाजिक समृद्धि के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलायी गयीं. ग्रामीण क्षेत्रों के नौजवानों के रोजगार सृजन हेतु मुर्गी पालन, बकरी पालन, सुकर पालन, गाय पालन इत्यादि के लिए बैंको से मुद्रा ऋण देने का काम किया है. नौजवानों के लिए कौशल विकास कार्यक्रम चलाकर रोजगार से जोड़ने का प्रतिबद्ध प्रयास किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने विगत 23 सितंबर को झारखण्ड का नाम देश और दुनिया में रोशन किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिरसा मुण्डा की पावन धरती झारखण्ड से विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना (आयुष्मान भारत) प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत की. अब गरीबी इलाज में बाधा नहीं बनेगी, गरीब भी सम्मान के साथ अपना इलाज करा पायेंगे. देशभर में गरीबों का 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कराया गया है.
देश की लगभग पचास करोड़ की आबादी का इस योजना का लाभ होगा. अब लोगों को इलाज में एक पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा, सरकार लोगों का मुफ्त में इलाज करवायेगी. उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील किया कि जनता को योजना की पूरी जानकारी दें. जानकारी से ही योजनाएं सफल होंगी. राज्य के 57 लाख परिवारों को इसका लाभ मिलेगा। प्रति परिवार को 5 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा किया जायेगा.
चैपाल में उपस्थित सभी की बातों को सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने हाथ में झाडू लेकर दतिया गांव में सफाई अभियान चलाया. तेज धूप और भीषण गर्मी के बाद भी चैपाल में बड़ी संख्या में जल सहिया, स्वयं सहायता समूह और आम लोगों ने भाग लिया. जल सहिया उषा देवी, जुबेदा खातून, दिलेश्वरी देवी आदि सहिया ने शौचालय निर्माण में हो रही परेशानी के बारे में और अपने मानदेय के बारे में भी मुख्यमंत्री से चर्चा की.
कार्यक्रम को ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, खूंटी के सांसद कड़िया मुंडा सहित कई लोगों ने संबोधित किया. इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सह प्रभारी उपायुक्त खूंटी, पुलिस अधीक्षक खूंटी, जिला के अन्य वरीय पदाधिकारी एवं दतिया ग्राम के ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे.