रांची के अस्पताल में मजदूर की मौत एनके पिपरवार का काम बंद कराया
डकरा : डकरा परियोजना में टंडेल कैटेगरी-चार के पद पर कार्यरत महेंद्र राम की बीमारी के बाद बीती रात रांची के मेडिका अस्पताल में मौत हो गयी. वह पिछले एक महीने से डेपूटेशन पर पिपरवार परियोजना में काम कर रहा था. ड्यूटी के दौरान ही उसे पेट दर्द की शिकायत हुई. जिसके बाद उसे सीसीएल […]
डकरा : डकरा परियोजना में टंडेल कैटेगरी-चार के पद पर कार्यरत महेंद्र राम की बीमारी के बाद बीती रात रांची के मेडिका अस्पताल में मौत हो गयी. वह पिछले एक महीने से डेपूटेशन पर पिपरवार परियोजना में काम कर रहा था. ड्यूटी के दौरान ही उसे पेट दर्द की शिकायत हुई.
जिसके बाद उसे सीसीएल गांधीनगर अस्पताल रांची रेफर किया गया था. 12 दिसंबर को गांधीनगर से मेडिका रेफर किया गया था. चिकित्सक ने परिजनों को मजदूर की मौत का कारण किडनी और हर्ट संबंधी रोग बताया. परिजनों ने कहा कि वे ठीक थे़
उन्होंने सीसीएल और मेडिका के चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. महेंद्र पिपरवार के बिजेन गांव का निवासी था. उसकी मौत की खबर सुन कर गांव के लोगों ने पिपरवार और अशोका का काम पूरी तरह बंद करा दिया. इसके बाद शव को लेकर डकरा पहुंचे और यहां का काम भी बंद करा दिया.
बाद में एनके एरिया के प्रभारी महाप्रबंधक बसाक चौधरी, पिपरवार पीओ एके त्यागी, एनके एरिया मुख्य कार्मिक प्रबंधक भरत जी ठाकुर, डकरा पीओ उपेंद्र सिंह, दीपक गिरि सहित एनके पिपरवार के कई अधिकारियों ने ग्रामीणों और विस्थापित व श्रमिक नेता से बात की. ग्रामीण मौत को दुर्घटना की तरह मान कर मृतक के पुत्र सुनील राम को नौकरी देने की मांग कर रहे थे. महेंद्र की सेवा पुस्तिका के अनुसार उसके पुत्र का उम्र 16 वर्ष रिकॉर्ड है. इस लिहाज से उसे नौकरी नहीं देने की बात कही गयी.
जानकारी के अनुसार जमीन कोयला खदान में चले जाने के बाद महेंद्र राम को 2009 में सीसीएल ने नौकरी दी थी. उसकी पत्नी सुभाषो देवी के अलावा पुत्र सुनील राम, अंकित राम और पुत्री नेहा कुमारी परिवार में शामिल हैं.
बातचीत के क्रम में ग्रामीणों की ओर से एलेक्सजेंडर तिग्गा, बहुरा मुंडा, इस्माइल अंसारी, सुनील सिंह, ललन सिंह, रामप्रवेश सिंह, प्रेम कुमार, महावीर राम, बाबूलाल राम, सुरेश राम, कुलदीप राम, किशोर राम, कुलेश्वर राम, सुरेश गंझू, रामजीत राम, शिवा राम, मनोज राम, चंद्र राम, कैलाश राम, पप्पू गंझू आदि मौजूद थे.
ग्रामीण सहयोग करें, नौकरी दी जायेगी : बसाक
एनके एरिया के प्रभारी महाप्रबंधक बसाक चौधरी ने कहा कि प्रबंधन घटना से दुखी है और परिजनों के साथ पूरी सहानुभूति है. ग्रामीण सहयोग करें, नियमानुसार नौकरी की प्रक्रिया की पूरी की जायेगी. उन्होंने बताया कि ग्रामीण तय कर लें कि नौकरी किसे करनी है, पत्नी या पुत्र को? आवेदन मिलने के बाद उसी अनुरूप काम को आगे बढ़ाया जायेगा.