संत रविदास के बताये मार्ग पर चलें

डकरा : डकरा में मंगलवार को कई जगहों पर संत रविदास की जयंती श्रद्धा के साथ मनायी गयी. सुभाषनगर माइनस कॉलोनी में आयोजित जयंती समारोह के मुख्य अतिथि चूरी पीओ एके राय ने कहा कि वर्तमान समय में जब लोग अलग-अलग कारणों से समाज में विभेद पैदा करने की मुहिम में लगे हुए हैं, ऐसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2019 2:30 AM

डकरा : डकरा में मंगलवार को कई जगहों पर संत रविदास की जयंती श्रद्धा के साथ मनायी गयी. सुभाषनगर माइनस कॉलोनी में आयोजित जयंती समारोह के मुख्य अतिथि चूरी पीओ एके राय ने कहा कि वर्तमान समय में जब लोग अलग-अलग कारणों से समाज में विभेद पैदा करने की मुहिम में लगे हुए हैं, ऐसे में संत रविदास के विचारों पर चलने और लोगों को उनके बारे में बताने की जरूरत है.

विशिष्ट अतिथि एनके एरिया के एसओसी एके सिंह, अब्दुल्लाह अंसारी, संजय आइंद, विश्वनाथ गंझू, शिव दयाल गंझू मौजूद थे. अतिथियों ने संत रविदास की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित कर समारोह की शुरुआत की. संचालन संजय सिंह व धन्यवाद ज्ञापन महेंद्र राम ने किया.

इस अवसर पर संजय राम कन्हाई पासी, रत्नेश कुमार, भजन यादव, समुद्री देवी, पच्चू राम, अंजू देवी, कल्याणी देवी सहित कई लोग मौजूद थे. वहीं सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में भी जयंती मनायी गयी. जिसमें प्राचार्य गोपाल मिस्त्री, विश्वकर्मा ने संत रविदास के जीवन चरित्र के बारे में लोगो को बताया.
इस मौके पर यहां विद्यार्थियों के बीच भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गयी. विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये. डकरा के एसटी, एससी, ओबीसी काउंसिल कार्यालय में भी जयंती मनायी गयी. मैक्लुस्कीगंज. डुमारो गांव मे संत शिरोमणि रविदास जी की 642वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी. उनकी प्रतिमा स्थापित कर पुजारी बिरेंद्र राम ने विधिवत पूजा करायी. मुख्य अतिथि पंचायत के मुखिया विद्यानंद सिंह, मनीष उरांव व राजकुमार प्रजापति कलश यात्रा में शामिल हुए.
मुख्य अतिथि ने कहा कि संत रविदास बिना भेदभाव के प्रेम से रहने का संदेश दिया. उनके कई प्रेरक प्रसंग हैं जिनसे हम सुखी जीवन जी सकते हैं. तत्पश्चात प्रसाद का वितरण किया गया. वहीं संध्या में आरती कर भजन कीर्तन का आयोजन किया गया. जयंती समारोह को सफल बनाने में बसंती देवी, लीलावती देवी, पूजा देवी, संधवा देवी, मीना देवी, रुदन देवी, काजल देवी, सरयू राम, रतन राम, अशोक राम, दुर्गा राम, नगेंद्र राम, मुनेश्वर राम, अरघु राम, ईश्वर कुमार रवि, जोगेश्वर राम सहित अन्य पूजा समिति के सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा.
दोहा लिख कर संत रविदास ने किया था समाज को जागरूक खलारी. सरस्वती विद्या मंदिर करकट्टा में संत रविदास की जयंती समारोह पूर्वक मनायी गयी. कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य शालिग्राम सिंह ने संत रविदास जी के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन कर किया. बच्चों ने सरस्वती वंदना की.
मौके पर प्रधानाचार्य ने कहा कि वे उस समय के महान संत थे. उन्होंने जात-पात, नशा पान, श्रम की महत्ता, पराधीनता तथा मानव जीवन पर अपने दोहे को लिख कर समाज को जागरूक करने का काम किया है. विद्यालय की छात्रा श्वेता, रूनिया, वर्षा व जयंती ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये.
कक्षा नवम की छात्रा अंशु, खुशी, अंजलि तथा निधि ने संत रविदास जी के जीवनी पर प्रकाश डाला. मौके पर कक्षा पंचम के छात्र शौर्य ने संत रविदास के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे एक महान संत, दार्शनिक, कवि, समाज सुधारक व ईश्वर भक्त थे. वे भगवान के निर्गुण रूप को मानते थे. इनका जन्म वाराणसी के पास गोवर्धन गांव में 1398 ईस्वी में हुआ था. उनकी माता का नाम कलशा देवी व पिता का नाम संतोष दास था.
वहीं आचार्य अरविंद कुमार सिंह व डॉ रजनीकांत पाठक ने भी उनकी जीवनी के बारे में बच्चों को विस्तार से बताया. कार्यक्रम का संचालन किशोर भारती की बहन खुशी व निहारिका ने की. इस अवसर पर चंद्रभूषण सिंह, पुरुषोत्तम सिंह, संजीव कुमार सिंह, पूनम पाठक, गोविंद चौहान, दिलीप शर्मा, उमेश कुमार, संध्या सिन्हा, सियाराम सिंह उपस्थित थे.

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