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खूंटी संसदीय सीट : प्रभात चौपाल में जब अर्जुन मुंडा और कालीचरण मुंडा से पूछे गये जनता के सवाल

खूंटी सीट पर सबकी नजर है़ पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा खूंटी से भाजपा के प्रत्याशी है़ इस सीट पर कांग्रेस ने कालीचरण मुंडा को उम्मीदवार बनाया है़ छह मई को इस सीट पर चुनाव होना है़ राजनीतिक सरगरमी उफान पर है़ दोनों ही प्रत्याशियों ने दम लगाया है़ समीकरण बनाने में जुटे है़ं इस हाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2019 8:21 AM

खूंटी सीट पर सबकी नजर है़ पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा खूंटी से भाजपा के प्रत्याशी है़ इस सीट पर कांग्रेस ने कालीचरण मुंडा को उम्मीदवार बनाया है़ छह मई को इस सीट पर चुनाव होना है़ राजनीतिक सरगरमी उफान पर है़ दोनों ही प्रत्याशियों ने दम लगाया है़ समीकरण बनाने में जुटे है़ं इस हाई प्रोफाइल सीट पर राजनीति करवट ले रही है़ एक-एक वोट का हिसाब-किताब लगाया जा रहा है़ नेता वादे और भावी कार्य योजना गिना रहे है़ं वहीं जनता के भी सवाल है़ं प्रभात चौपाल मेें जनता की ओर से पांच सवाल दोनों ही दावेदारों से किये गये़

पत्थलगड़ी के मुद्दे का सामाजिक-संवैधानिक हल करूंगा : अर्जुन मुंडा

A 1. राष्ट्रहित, प्रदेश हित और खूंटी के जनहित के लिए इस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक मजबूत सरकार बननी चाहिए़ पिछले पांच वषों में केंद्र की एनडीए सरकार ने अनेकों जनोपयोगी योजनाएं लायी और अंतिम पायदान के व्यक्ति को लाभ पहुंचाया़ मैंने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में खूंटी को नॉलेज सिटी के रूप में विकसित करने की रूपरेखा तैयार की थी़ इसे धरातल पर उतारने की कोशिश करूंगा़. भाजपा राष्ट्रीय पार्टी है और पार्टी सबको साथ लेकर चलती है़

A 2. देखिए, मैं सहजता से जीवन जीता हूं. मैं इस झारखंड का धरतीपुत्र हू़ं मैं यहां के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था को अच्छी तरह से समझता हूं. झारखंड आंदोलन से जुड़े होने के कारण मुझे यहां के आदिवासियों के दर्द का एहसास है़. राज्य और खूंटी के विकास के लिए मेरे पास एक विजन है़ जिसे में धरातल पर उतारना चाहता हूं. मैं अपनी तुलना किसी से नहीं करना चाहता़ मैं अपने कर्म पर विश्वास रखता हूं.

A 3. खूंटी की आधारभूत संरचना का विकास ही मेरी पहली प्राथमिकता होगी़ यहां रोजगार के साधन कैसे विकसित हो, उसे भी प्राथमिकता दूंगा़. खास कर युवतियों को रोजगार कैसे उपलब्ध हो, इस पर काम करूंगा़. खूंटी में पलायन और मानव तस्करी बड़ी समस्या है़ इसे रोकने के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराने होंगे. यहां एक-दो उद्योग अच्छे चल रहे हैं, बाकि की स्थिति खराब है़. कृषि और गांव के लोगों द्वारा उत्पादित वस्तुओं का वैल्यू एडिशन कैसे हो सकता है़, इस पर काम करने की जरूरत है़

A 4. खूंटी को हेल्थ हब के रूप में विकसित करने की कोशिश करूंगा़. खूंटी की जलवायु स्वास्थ्य लाभ के लिए बेहतर है. ऐसे में राजधानी रांची से सटे इस क्षेत्र को देश का एक बेहतर हेल्थ हब बनाया जा सकता है़ लड़कियों की शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है. इसके लिए बेहतर शिक्षण संस्थान खोलने की आवश्यकता है. यहां रेलवे लाइन का विस्तार भविष्य की योजनाओं के रूप में शामिल किया जा सकता है.

A 5. यहां की एक मुख्य समस्या पत्थलगड़ी की है़ लोगों के बीच कुछ लोगों द्वारा राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से भ्रांति फैलायी गयी है. मैं इसे राजनीतिक रूप से न देखते हुए सामाजिक और संवैधानिक दृष्टि से हल करने की कोशिश करूंगा. संविधान के विभिन्न अनुच्छेद, जिसके माध्यम से अनुसूचित जनजातियों को संवैधानिक संरक्षण मिले हुए हैं उसे एक डिबेट के द्वारा सुलझाने की कोशिश करूंगा.

1 जनता आपको क्यों चुने?

2 आप दूसरे प्रत्याशी से किस मायने में अलग हैं?

3 आपकी क्या प्राथमिकता होगी?

4 ऐसा आप क्या नया करेंगे, जो अब तक क्षेत्र में नहीं हुआ?

5. संसद में क्षेत्र के कौन-कौन से मुद्दे और समस्याएं आपकी प्राथमिकताएं होंगी?

40 साल में भाजपा की चार उपलब्धि भी नहीं,खूंटी का विकास करूंगा : कालीचरण

A 1. भाजपा खूंटी की 40 साल से प्रतिनिधित्व कर रही है, लेकिन इतने सालों में चार उपलब्धियां भी ऐसी नहीं है, जिस पर खूंटी नाज कर सके. भाजपा के झूठे वायदों और खोखले दावों से जनता तंग आ चुकी है. अब पूरे खूंटी लोकसभा क्षेत्र की जनता बदलाव चाहती है़. कांग्रेस जनता के सभी आकाक्षांओं को पूरा करना चाहती है़ इसलिए जनता विकल्प के रूप में मुझे सेवा करने का मौका दे़.

A 2. भाजपा उम्मीदवार भाजपा के नहीं, बल्कि टाटा कंपनी के उम्मीदवार हैं. वह लोगों के लिए नहीं, बल्कि बड़ी-बड़ी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करेंगे. यदि वे जीते तो खूंटी, सिमडेगा के लोग उनसे मिलने कहां जायेंगे. दिल्ली, जमशेदपुर या और कहीं. जबकि मैं यहां की माटी का बेटा हूं. स्थानीय होने के नाते सभी समय लोगों के लिए उपलब्ध रहूंगा़

A 3. मेरी प्राथमिकता आज जनता के मान-सम्मान, आदिवासियों को बचाने की है़ भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल में आदिवासियों को समाप्त करने पर तूली है़. कभी पत्थलगड़ी के बहाने आदिवासियों को देशद्रोही कहते हैं, तो कभी धर्मांतरण बिल के बहाने आदिवासियों को बांट रही है़. स्थानीय नीति से भी यहां के युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है़. किसानों के लिए भाजपा ने कुछ नहीं किया़ मेरी प्राथमिकताओं में महिला कॉलेज खोलने और मानव तस्करी को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन करना है़.

A 4. देखिए मेरा क्षेत्र आदिवासीबहुल, किसानबहुल और पिछड़ा क्षेत्र है़ इस क्षेत्र में लाह, इमली, महुआ, करंज की बहुलता है, लेकिन आज तक कोई प्रोसेसिंग यूनिट नहीं लगी़ जिसके कारण किसान औने-पौने दाम में बिचौलियों को उत्पाद बेचने के लिए मजबूर है़ं मेरी कोशिश रहेगी कि कृषिबहुल तमाड़, कर्रा, रनिया प्रखंड में किसानों के लिए सिंचाई की व्यवस्था हो़. संयुक्त बिहार के दौरान जो सिंचाई योजना बनी, उसके बाद अब तक कोई नयी योजना नहीं बनी़ किसानों के फसलों के लिए पानी मिले, इसकी व्यवस्था करूंगा़

A 5. देखिए जनता का काम जनता तय करेगी़ मेरा इलाका अलग-अलग समस्याओं से प्रभावित है़ उनकी जरूरतें भी अलग-अलग हैं. ऐसे में कामों को अल्पकालीन और दीर्घकालीन तरीके से योजनाबद्ध् करते हुए करने की आवश्यकता है. केंद्र में कांग्रेस की सरकार आयी, तो तत्काल किसानों की ऋण माफ किया जायेगा़.

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