पांच घंटे ठप रही कोयला ढुलाई
बचरा साइडिंग मैनेजर अनुज कुमार व एकेटी कंपनी के मैनेजर मंटू सिंह शुक्रवार शाम से कोयला उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया पिपरवार : कोयला ढुलाई के लिए पर्याप्त कोयला उपलब्ध नहीं कराने के विरोध में डंपर मालिकों ने गुरुवार को पांच घंटे तक अपने-अपने डंपर खड़े कर दिये. इससे झूला पुल के निकट ट्रांसपोर्टिंग रोड […]
बचरा साइडिंग मैनेजर अनुज कुमार व एकेटी कंपनी के मैनेजर मंटू सिंह शुक्रवार शाम से कोयला उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया
पिपरवार : कोयला ढुलाई के लिए पर्याप्त कोयला उपलब्ध नहीं कराने के विरोध में डंपर मालिकों ने गुरुवार को पांच घंटे तक अपने-अपने डंपर खड़े कर दिये. इससे झूला पुल के निकट ट्रांसपोर्टिंग रोड पर डंपरों की लंबी कतार लग गयी. डंपर मालिकों ने बताया कि उन्हें एक सप्ताह से 24 घंटे में एक या दो डंपर कोयला उपलब्ध कराया जा रहा है. जिससे चालक-खलासी का वेतन भी नहीं निकल रहा है. आरोप है कि प्रबंधन बचरा साइडिंग की जगह राजधर साइडिंग व सेलों को प्राथमिकता दे रहा है.
इससे सीएचपी-सीपीपी से बचरा साइडिंग तक कोयला ढुलाई कार्य में लगे लगभग 250 डंपर मालिक बेरोजगारी के कगार पर पहुंच गये हैं. समय पर किस्त का भुगतान नहीं होने पर फाइनेंसर द्वारा डंपरों को खींच लेने का खतरा उत्पन्न हो गया है. दोपहर दो बजे बचरा साइडिंग मैनेजर अनुज कुमार व एकेटी कंपनी के मैनेजर मंटू सिंह डंपर ऑनरों से मिले. उन्होंने उनकी बातों को सुनने के बाद शुक्रवार शाम से कोयला उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद दोपहर दो बजे से डंपरों का परिचालन शुरू हो सका.
ज्ञात हो कि जमीन के अभाव में पिपरवार परियोजना खदान का विस्तारीकरण नहीं होने से कोयले का अभाव हो गया है. इसके बाद अशोक परियोजना खदान का कोयला सीएचपी/सीपीपी भेजा जा रहा है. आंदोलन कर रहे डंपर मालिकों में जय प्रकाश सिंह, हैदर खान, शोएब खान, रिझन महतो, रवींद्र महतो, गणपति महतो, धर्मेंद्र महतो, विद्यार्थी सिंह, अशोक साव, राजकमल शुक्ला, विक्की अंसारी, छोटू सिंह आदि शामिल थे.