खूंटी : 12.55 एकड़ जमीन के विवाद में 22 जुलाई को भाजपा के प्रदेश एसटी मोर्चा के सदस्य व हेठगोवा गांव निवासी मागो मुंडा, उनकी पत्नी लखमनी मुंडू और बेटा लिपराय मुंडू की हत्या कर दी गयी थी.
मृत भाजपा नेता के रिश्तेदार रोतोन मुंडू व उसका भाई खेदन मुंडू ने हत्या की साजिश रची थी. इन दोनों ने मागो की हत्या के लिए छह शूटरों को दो लाख की सुपारी दी थी. दस हजार रुपये बतौर एडवांस दिया था. काम हो जाने के बाद 1.90 लाख रुपये देने की बात हुई थी. इसका खुलासा मंगलवार को डीआइजी एवी होमकर ने खूंटी में किया.
डीआइजी ने कहा कि हत्या के सूत्रधार रोतोन मुंडू व उसका भाई खेदन मुंडू, सिरका सारूकद उर्फ सोमाय सारूकद और सागर मुंडा उर्फ सोमा मुंडा को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि हत्याकांड में आठ लोग शामिल थे. इनमें पीएलएफआइ का चोयता उर्फ सनिका ओड़ेया भी शामिल है़ पुलिस चोयता सहित चार लोगों की तलाश कर रही है. जांच के दौरान खूंटी पुलिस को जमशेदपुर व कोडरमा पुलिस ने सहयोग किया.
अपराधियों को पकड़ने में इनकी रही भूमिका : पुलिस ने तिहरे हत्याकांड को चुनौती के रूप में स्वीकारा और सात दिन में मामले का खुलासा कर दिया.
आइजी नवीन कुमार सिंह के निर्देश पर डीआइजी एवी होमकर और खूंटी एसपी आलोक केस में लगातार नजर रखे रहे. एएसपी अनुराग राज, तोरपा एसडीपीओ ऋषभ कुमार झा, खूंटी एसडीपीओ आशीष कुमार महली, इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, सरोज कुमार सिंह, राजेश रजक, जयदीप टोप्पो, पप्पू कुमार शर्मा, उमाशंकर, फिलिप कुजूर ने अपराधियों को पकड़ने में सराहनीय भूमिका निभायी. सभी को पुरस्कृत किया जायेगा.
12.55 एकड़ जमीन विवाद में हुई हत्या, अफीम से कमाये पैसे से दी गयी थी मौत की सुपारी
एक सप्ताह में खुलासा मुख्य साजिशकर्ता सहित
चार गिरफ्तार, चार अन्य आरोपी फरार
पीएलएफआइ उग्रवादी सनिका ओड़ेया भी हत्या में शामिल
रिश्तेदार को जमीन लेने में बाधक बने हुए थे मागो मुंडा
आइजी के निर्देश पर डीआइजी व एसपी के नेतृत्व में बनी टीम ने किया मामले का खुलासा
क्या हुआ बरामद
रोतोन मुंडू व उसका भाई खेदन मुंडू ने अफीम की खेती से कमाये पांच लाख 795 रुपये. मागो मुंडा की हत्या के लिए दो लाख में सुपारी दी, 10 हजार एडवांस दिया, 1.90 लाख हत्यारों को दिये जाने थे.
घटना को अंजाम देने में प्रयोग किया गया नाइन एमएम का एक पिस्टल और .315 बोर की दो पिस्टल, टांगी, बाइक, मोबाइल
कैसे हुआ जमीन का विवाद
हेठगोवा गांव में 12 एकड़ 55 डिसमिल जमीन मागो मुंडा की रिश्तेदार सीमा देवी (पति डोगे मुंडा) के नाम से है़ सीमा देवी की कोई संतान नहीं है.
जमीन पर मागो मुंडा और उसके परिवार के ही सोमा मुंडा ने कब्जा कर लिया था. वहीं दूसरी ओर जमीन के बंटवारे को लेकर सीमा देवी के रिश्तेदार रोतोन मुंडा, उसका भाई खेदन मुंडा, राजा सिंह मुंडा और उनके परिजनों का मागो मुंडा के साथ विवाद चल रहा था़ रोतोन मुंडा जमीन में अपनी हिस्सेदारी की मांग कई बार कर चुका था. इसको लेकर 2018 में ग्राम सभा भी हुई थी. इसमें रोतोन मुंडा की दावेदारी को ग्राम सभा ने सही माना था़ घटना के एक सप्ताह पहले रोतोन और मागो के परिवार की बैठक हुई थी.
इसमें मागो मुंडा ने जमीन में हिस्सेदारी देने से मना कर दिया था. लगातार प्रयास के बाद भी जब जमीन में रोतोन को हिस्सेदारी नहीं मिली, तो उसने पीएलएफआइ के चोयता उर्फ सनिका ओड़ेया से संपर्क साधा.