खूंटी : रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र के महावीर नगर में रहनेवाली विनीता तिर्की उर्फ अंजली हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. विनीता तिर्की की हत्या के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनमें मुख्य आरोपी फिरदौस रसीद और पूजा सिंह उर्फ आरती शामिल हैं. वहीं, एक और आरोपी फरार है. विनीता की हत्या मात्र एक लाख रुपये के लेनदेन को लेकर हुई थी.
एसपी आशुतोष शेखर ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि जुआ खेलने के क्रम में लगभग एक लाख रुपये और गहने हार जाने के बाद वसूली के लिए फिरदौस, पूजा और उसके एक साथी ने मिलकर विनीता की गला दबा कर हत्या कर दी थी और शव को छिपाने की नीयत से कालामाटी के समीप तिरिलटोली में लाकर जलाने का प्रयास किया था. मामले की जांच के लिए एसडीपीओ आशीष कुमार महली के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था. एसआइटी ने 29 दिसंबर को अारोपी महिला को गिरफ्तार किया गया. उसके बयान के आधार पर मुख्य आरोपी फिरदौस रसीद को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने उनके पास से हत्याकांड में प्रयुक्त अाल्टो कार सहित मृतका की सोने की चेन, लाॅकेट, चांदी की अंगूठी और मोबाइल बरामद किया है. छापेमारी दल में इंस्पेक्टर राधेश्याम दास, दिग्विजय सिंह, इंस्पेक्टर राजेश रजक, खूंटी थाना प्रभारी जयदीप टोप्पो, महिला थाना प्रभारी मीरा सिंह, पुअनि नरसिंह मुंडा, पुष्पराज कुमार, रजनी कांत, रंजीत कुमार यादव, बिरजू प्रसाद, दीपक कुमार, पंकज कुमार, विवेक प्रशांत शामिल थे.
चलती कार में गला दबाकर मारा : विनीता तिर्की को आरोपी 25 दिसंबर की शाम पार्टी करने के नाम पर साथ लेकर निकले थे. विनीता को शाम छह बजे ढाबा जाने की बात कहकर अपनी कार में बैठा कर ले गये.
इसके बाद एक जगह रोककर किसी से पैसे लिए. इसके बाद सभी रिंग रोड चले गये, जहां उन्होंने चलती कार में ही विनीता की गला दबा कर हत्या कर दी. इसके बाद तिरिलटोली के पास उसके शव को जलाने का प्रयास किया गया. फिर शव वहीं छोड़ कर सभी फरार हो गये. इतना ही नहीं हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी विनीता के घर गये और जो भी नकदी और जेवर मिले सभी साथ ले गये.