तोरपा के 2000 लोगों को नहीं मिल रहा है पानी

नदी का जलस्तर नीचे जाने से 15 दिनों से जलापूर्ति ठप, भीषण गर्मी में पानी के लिए भटक रहे हैं ग्रामीण

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2024 8:26 PM

प्रतिनिधि, तोरपा कारो नदी से अत्यधिक बालू उत्खनन से जलस्तर नीचे चला गया है. इसका सीधा असर जलापूर्ति पर पड़ रहा है. इससे तोरपा में जलापूर्ति नहीं की जा रही है. जलापूर्ति ठप होने से तोरपा पूर्वी, पश्चिमी, अम्मा के कुलडा गांव के लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. लगभग 2000 लोग पानी से वंचित हो गये हैं. ग्रामीणों को हो रही परेशानी : जलापूर्ति ठप होने का सीधा असर आमलोगों के जन-जीवन पर पड़ रहा है. लोग पानी के लिए भटक रहे हैं. सुबह-शाम लोग बाल्टी व अन्य बर्तन लेकर पानी के लिए भटकते देखे जा रहे हैं. कई लोग जार का पानी खरीदकर उससे दैनिक जरूरतें पूरी कर रहे हैं. क्या है मामला : कारो नदी का जलस्तर नीचे चले जाने से बने इंटेकवेल में पानी नहीं पहुंच रहा है. नदी से इंटेकवेल जानेवाली पाइप नदी के सतह से ऊपर आ गया है. विभाग द्वारा कई बार बांध बनाकर पानी क़ो रोकने का प्रयास किया गया है. पर इंटेकवेल में पानी नहीं पहुंच रहा है. कुछ लोग कहते हैं कि इंटेकवेल नदी के ऊपरी हिस्से में बनाया गया है, जिससे वहां तक पानी पहुंचने में दिक्क़त हो रही है. विभाग से बात कर समाधान का होगा प्रयास : जलापूर्ति योजना का संचालन करनेवाली बहुपंचायत ग्राम जल व स्वच्छता समिति की अध्यक्ष मुखिया विनीता नाग ने कहा कि इंटेकवेल में पानी जमा नहीं होने से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है. विभाग से समन्वय कर इसे ठीक करने का प्रयास किया जायेगा. बांध बनाकर समस्या का होगा समाधान : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता रावेल होरो ने कहा कि विभाग द्वारा बांध बनाकर पानी इंटेकवेल में पहुंचाने का प्रयास किया गया है. परंतु सफलता नहीं मिली है. कहा कि एक बार पुनः जेसीबी मशीन से तथा बोरी के सहारे बांध बनाकर नदी के पानी को रोककर इंटेकवेल तक पानी पहुंचाने का प्रयास किया जायेगा. जनप्रतिनिधि हैं उदासीन : तोरपा के लोग वर्षो से पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं. वर्तमान में 15 दिनों से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. परंतु लोगों की समस्या के समाधान के लिए तत्पर रहने का ढोंग करनेवाले नेता, जनप्रतिनिधि मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. जनता की इस समस्या के प्रति वे उदासीन हैं.

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