खूंटी में माओवादियों ने छह को मार डाला

खूंटी : खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र के नामसिली दुरूडीह के पास से पुलिस को छह शव मिले हैं. इनमें से किसी की भी पहचान नहीं हो पा रही है. सभी की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच है. शवों पर गोलियों और चाकू के वार के निशान हैं. पुलिस ने दावा किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2013 4:04 AM

खूंटी : खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र के नामसिली दुरूडीह के पास से पुलिस को छह शव मिले हैं. इनमें से किसी की भी पहचान नहीं हो पा रही है. सभी की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच है. शवों पर गोलियों और चाकू के वार के निशान हैं. पुलिस ने दावा किया है कि मारे गये सभी लोग पीएलएफआइ के हार्डकोर उग्रवादी थे.

पीएलएफआइ के एरिया कमांडर असिसन उर्फ डकवाल के दस्ते में थे. इनका नेतृत्व शनिका मुंडा करता था. हालांकि देर रात तक किसी भी संगठन ने हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली थी. पुलिस को घटनास्थल से काफी संख्या में कारतूस, खोखा, परचा और वरदी मिले हैं.

एसडीपीओ अश्विनी कुमार सिन्हा के अनुसार, मारे गये सभी लोग पीएलएफआइ के थे. घटनास्थल से बरामद परचे माओवादियों के हैं. आशंका है कि माओवादियों और पीएलएफआइ के बीच मुठभेड़ हुई होगी. इसमें पीएलएफआइ के छह सदस्य मारे गये.

दबदबा बनाने की कोशिश

घटना को लेकर आसपास के गांवों में दशहत है. कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है. चर्चा है कि मारे गये दो युवक मुरहू थाना क्षेत्र के हैं. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया : छोटे सरकार (माओवादी के उपनाम) के लोगों ने गोलियां चलायी है. यह भी बताया कि मारे गये लोग पिछले कई माह से क्षेत्र में दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहे थे.

कई माह से सक्रिय थे

सूत्रों ने बताया कि पीएलएफआइ के आठ सदस्य कई माह से नामसिली क्षेत्र में सक्रिय थे. 23 जुलाई की शाम गिरोह के सदस्य इलाके में तंबू लगा कर सो रहे थे. सूत्रों के अनुसार, रात करीब 12 बजे माओवादियों ने उन पर हमला कर दिया. दो उग्रवादी किसी तरह जान बचा कर भाग गये. शवों को देख कर अनुमान लगाया जा रहा है कि सभी गहरी नींद में होंगे, तभी उनकी हत्या की गयी.

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