खलारी : माओवादियों से लोहा लेने वाला खलारी निवासी राज्य पुलिस बल जवान जमशेद को अब तक न तो वार्ड मिला और न ही प्रमोशन.
मालूम हो कि दो वर्ष पूर्व लोहरदगा जिले के धरधरिया जंगल में माओवादियों द्वारा किये गये बारूदी सुरंग विस्फोट में 11 जवान शहीद, जबकि 54 घायल हो गये थे. उक्त विस्फोट में जवान जमशेद का बायां पैर उड़ गया था.
घायल होने के बावजूद जमशेद ने फायरिंग बंद नहीं की. उन्होंने अपने साहस से पुलिस के कीमती हथियारों को बचाने के साथ-साथ माओवादियों को लौटने पर भी मजबूर कर दिया. घटना के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी उन्हें आज तक न प्रमोशन दी गयी और न ही कोई अवार्ड मिला, जबकि सीआरपीएफ के घायल जवानों को गैंलेंट्री अवार्ड व प्रमोशन के साथ-साथ इच्छानुसार पोस्टिंग दी जाती है.