चार करोड़ का घाटा
– ट्रांसपोर्टर व प्रबंधन परेशान – झारखंड जनाधिकार मंच के बैनर तले असंगठित मजदूरों ने किया हड़ताल खलारी : झारखंड जनाधिकार मंच के बैनर तले असंगठित मजदूरों की हड़ताल के आगे निजी ट्रांसपोर्टर तथा सीसीएल प्रबंधन बौना साबित हो रहे हैं. दो सितंबर से शुरू हुई असंगठित मजदूरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से कोयला ढुलाई पर […]
– ट्रांसपोर्टर व प्रबंधन परेशान
– झारखंड जनाधिकार मंच के बैनर तले असंगठित मजदूरों ने किया हड़ताल
खलारी : झारखंड जनाधिकार मंच के बैनर तले असंगठित मजदूरों की हड़ताल के आगे निजी ट्रांसपोर्टर तथा सीसीएल प्रबंधन बौना साबित हो रहे हैं. दो सितंबर से शुरू हुई असंगठित मजदूरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से कोयला ढुलाई पर बुरा असर पड़ा है. असंगठित मजदूर कोल इंडिया द्वारा माइनिंग क्षेत्र के ठेका मजदूरों के लिए तय नयी दैनिक मजदूरी की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गये हैं.
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे झाजमं के केंद्रीय सचिव अब्दुल्ला अंसारी समर्थकों के साथ असंगठित मजदूरों का उत्साह बढ़ाते दिखे. हड़ताल के कारण एनके एरिया कीरोहिणी, डकरा, केडीएच, पुरनाडीह तथा पिपरवार के अशोका से होने वाली ट्रांसपोट्रिंग पूरी तरह ठप रही. अपराह्न् दो बजे भूतनगर में आंदोलनकारी मजदूरों की बैठक हुई, जिसमें अपने अधिकार के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया गया.
उधर, प्रबंधन के प्रतिनिधि सारा दिन समझौता का प्रयास करते रहे, लेकिन मजदूर अपनी मांगों पर अडिग हैं. बैठक में रंथू उरांव, मजीद अंसारी, रशीद अंसारी, सुनील सिंह, सोनू पांडेय, सलामत अंसारी, अजरुन महतो, राजेश महतो, महेंद्र महतो, पारस चौहान, रामअवतार, विनोद महतो, राजेंद्र प्रसाद, मुकेश चौहान, महेंद्र बैठा, राजकुमार, प्रेम कुमार, राकेश, सत्येंद्र चौहान, मुस्तकीम अंसारी, सुनील चौहान, अजय ठाकुर, प्रमोद, विजय
कुमार, सतीश व अजय सहित अन्य उपस्थित थे.