खलारी : माओवादियों द्वारा एनके व पिपरवार में क्षेत्र में आहूत अनिश्चितकालीन बंद का गुरुवार को व्यापक असर पड़ा. दोनों एरिया के कांटाघर व कोयला साइडिंग बंद रहे. कोयला ढुलाई भी नहीं हुई.
माओवादियों ने बाजार, स्कूल समेत अन्य वाहनों को बंद से मुक्त रखा था. बंदी के कारण सीएलपीडीआइ द्वारा रोहिणी में करायी जा रहे ड्रिलिंग का काम नहीं हुआ. बंदी से सीसीएल और रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ.
औद्योगिक गतिविधि थमीं
पिपरवार. माओवादियों के फरमान के बाद गुरुवार को पिपरवार क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधि थम गयी. अशोक परियोजना से आरसीएम साइडिंग की कोयला ढुलाई व डिस्पैच नहीं हुआ. कल्याणपुर सहित अन्य कांटाघरों से जुड़े रोड सेल का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ. बचरा साइडिंग की कोयला ढुलाई पर भी बंद का असर पड़ा.