प्रबंधन का पुनर्वास से इनकार

खलारी : करकट्टा में ग्रामीणों की बैठक फुलेश्वर यादव की अध्यक्षता में हुई. मौके पर करकट्टा विश्रामपुर के विस्थापन मुद्दा छाया रहा. ग्रामीणों ने बैठक में मौजूद सीसीएल अधिकारियों से पूरे करकट्टा को एक साथ विस्थापित व एक ही जगह पुनर्वासित करने की मांग की. लंबे बातचीत के बाद प्रबंधन ने पुनर्वास करने से इनकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2015 5:48 AM
खलारी : करकट्टा में ग्रामीणों की बैठक फुलेश्वर यादव की अध्यक्षता में हुई. मौके पर करकट्टा विश्रामपुर के विस्थापन मुद्दा छाया रहा. ग्रामीणों ने बैठक में मौजूद सीसीएल अधिकारियों से पूरे करकट्टा को एक साथ विस्थापित व एक ही जगह पुनर्वासित करने की मांग की.
लंबे बातचीत के बाद प्रबंधन ने पुनर्वास करने से इनकार कर दिया. सीसीएल अधिकारियों ने कहा कि कोल इंडिया की आरएंडआर पॉलिसी के तहत ही सभी को मुआवजा दिया जायेगा. अधिकारियों ने कहा कि जिनका भी घर बना हुआ है तथा वे अंचल द्वारा जारी विश्रामपुर का आवासीय और वंशावली प्रस्तुत करते हैं, तो उन्हें आरएंडआर पॉलिसी के तहत मुआवजा दिया जायेगा. ग्रामीणों की ओर से कहा गया कि पहले विस्थापन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाये, इसके बाद ही खदान को आगे बढ़ाया जाये. इस पर प्रबंधन की ओर से ग्रामीणों की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया गया.
बैठक में एसओपी एके सिंह, यूसी गुप्ता, केडी प्रसाद, राजीव कुमार, मुखिया निर्मला उरांव, पंचायत समिति सदस्य रतिया गंझू, जनेश्वर सिंह, राजकिशोर पासवान, विनय खलखो, अशोक सिंह, कामता सिंह, अरुण सिंह, जयराम सिंह, यदुनंदन राम, अरविंद सिंह, अनिल पासवान, भगवान सिंह, राजीव सिन्हा, मितेश सिंह, सुमन सिंह, रवि वर्मा, उदय सिंह, बसंत खलखो, हरेश सिंह, राकेश सिंह समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.

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