नहीं शुरू हुआ पथ निर्माण कार्य
डकरा : केएमसी कंपनी का काम सीसीएल और वन विभाग के विवाद में फंस गया है़ केएमसी कंपनी ने 500 करोड़ रुपये की लागत से बीजुपाड़ा से हजारीबाग तक 115 किलोमीटर सड़क बनाने का काम लिया है़ उक्त यह सड़क मुख्य रूप से टू लेन होगी, लेकिन टंडवा एनटीपीसी इलाके से गुजरने वाली सड़क फोर […]
डकरा : केएमसी कंपनी का काम सीसीएल और वन विभाग के विवाद में फंस गया है़ केएमसी कंपनी ने 500 करोड़ रुपये की लागत से बीजुपाड़ा से हजारीबाग तक 115 किलोमीटर सड़क बनाने का काम लिया है़
उक्त यह सड़क मुख्य रूप से टू लेन होगी, लेकिन टंडवा एनटीपीसी इलाके से गुजरने वाली सड़क फोर लेन बनानी है़ कंपनी ने सर्वे का काम पूरा कर लिया है़ सड़क निर्माण कार्य शुरू करने से पहले कंपनी को शुरुआती फेज में चामा, मानकी और टंडवा में मिक्सर प्लांट लगाना है़ कंपनी ने मानकी में पहला प्लांट लगाने का काम जैसे ही शुरू किया, वैसे ही यहां विवाद खड़ा हो गया़ राज्य सरकार के निर्देश पर सीसीएल ने कंपनी को मानकी में जमीन दी है़
जमीन मिलते ही कंपनी ने काम शुरू कर दिया़ एक सप्ताह काम चलने के बाद वन विभाग द्वारा सीसीएल को नोटिस देकर काम बंद करा दिया गया है़ वन विभाग का कहना है कि जो जगह सीसीएल ने कंपनी को दी है वह वन विभाग की है़ इधर, सीसीएल का कहना है कि हमलोगों ने प्लॉट संख्या 492 कंपनी को दी है, लेकिन वन विभाग उस जमीन को प्लांट संख्या 211 बता रहा है़ वन विभाग का दावा है कि 492 और 211 दोनोें ही वन विभाग की जमीन है़
सीसीएल जब चाहे इसकी मापी करा ले़ वन विभाग ने सीसीएल को इस संबंध में जो नोटिस दिया था, उसका जवाब सीसीएल ने शुक्रवार को दे दिया है़ उधर, वन विभाग का कहना है कि कोल बेयरिंग एक्ट का हवाला देते हुए सीसीएल ने उनके कार्यालय को जवाब दे दिया है, हमलोग इंडियन फॉरेस्ट एक्ट के तहत मामले का पता लगायेंगे़ इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी़ वहीं इस विवाद से कंपनी के लोग परेशान हैं.