किसानों को नहीं मिला चेकडैम का लाभ
खूंटी़ : लघु सिंचाई प्रमंडल खूंटी ने कालामाटी के बरमंदा गांव में एक करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से वर्ष 2008 एक चेकडैम का निर्माण कराया, लेकिन इसका लाभ यहां के किसानों को नहीं मिला़ बताया गया कि निर्माण कार्य का ठेका रांची की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था़ आनन-फानन में कंपनी […]
खूंटी़ : लघु सिंचाई प्रमंडल खूंटी ने कालामाटी के बरमंदा गांव में एक करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से वर्ष 2008 एक चेकडैम का निर्माण कराया, लेकिन इसका लाभ यहां के किसानों को नहीं मिला़ बताया गया कि निर्माण कार्य का ठेका रांची की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था़
आनन-फानन में कंपनी ने स्पीलवे, ड्रेन, रिपरेप का निर्माण तो करा दिया, लेकिन गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा़ नतीजा डैम निर्माण के महज तीन वर्षों के अंदर जर्जर हो गया. किसानों ने कहा कि डैम से एक बूंद भी पानी बरसात को छोड़ कर अन्य मौसम में नही मिला.लक्ष्य क्या था : विभाग के अनुसार, इस डैम से किसानों की 170 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य था, जो पूरा न हो सका. ग्रामीण बताते हैं कि जिले के बरकाटोली नाला, पुरनापानी नाला, नामकुम नाला, सरना नाला, चामड़ी नाला, रंगरोड़ी नाला, मुरहू प्रखंड के खसरागढ़ा नाला, बगमा नाला, देव नाला सहित कर्रा प्रखंड के धोबा नाला में बने चेकडैम भी उपयोगिता विहीन है़ं