अजीत को ले गयी थी बिहार पुलिस
खलारी : खलारी थाना क्षेत्र के सुभाषनगर से ठेकेदार अजीत मिश्र का अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि उसे डुमरांव (बक्सर, बिहार) पुलिस ले गयी थी. खलारी थानाप्रभारी वेंकटेश प्रसाद ने बताया कि मंगलवार की दोपहर अपहरण की सूचना मिलने के बाद से ही पुलिस अजीत का मोबाइल फोन ट्रेस कर रही थी.
शुरुआत में उसका लोकेशन सिमरिया में मिला, फिर मोबाइल स्विच ऑफ हो गया. मंगलवार की देर रात मोबाइल फोन ऑन होने पर उसका लोकेशन बक्सर बता रहा था. जब बक्सर पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी, तो उन्होंने बताया कि डुमरांव पुलिस गलती से अजीत को उठा लायी है. दरअसल अजीत का चचेरा भाई संजीव मिश्र हत्या के एक मामले में अभियुक्त है. डुमरांव पुलिस अजीत को ही संजीव समझ कर उठा कर लायी थी.
डुमरांव पुलिस ने बड़ी गलती यह कि अजीत के गिरफ्तारी के संबंध में खलारी पुलिस को कोई सूचना नहीं दी. घटना को लेकर खलारी थाने में अपहरण का मामला दर्ज किया जा चुका है. एसएसपी रांची ने बक्सर के एसपी को फोन कर इस कार्रवाई के लिए कड़ी आपत्ति जतायी है. एसपी बक्सर ने भी स्वीकार किया है कि डुमरांव पुलिस ने गलती की है. उन्होंने दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. उधर, डुमरांव पुलिस ने अजीत को मुक्त कर दिया है.
विरोध में सड़क जाम
डकरा. अजीत मिश्र को बिहार पुलिस द्वारा गलत तरीके से उठा कर ले जाने से कोयलांचल के लोगों में आक्रोश है. उक्त मामले को लेकर कुछ लोगों ने दो घंटे तक सड़क जाम कर रखा. वो दोषी पुलिस अफसर पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे.