ओके:::चुनाव को लेकर ग्रामीणों में उत्साह नहीं
ओके:::चुनाव को लेकर ग्रामीणों में उत्साह नहीं फोटो 6 सन्नाटे में तुलसीडीह पथफोटो 7 गांवों में सन्नाटा.खूंटी़ जिले के संवेदनशील क्षेत्र अड़की प्रखंड में 22 नवंबर को पंचायत चुनाव होनेवाला है़ पर खौफ के कारण प्रखंड में चुनाव को लेकर चहल-पहल नहीं के बराबर है़ हमारे प्रतिनिधि ने क्षेत्र का हाल जानने का प्रयास किया़ […]
ओके:::चुनाव को लेकर ग्रामीणों में उत्साह नहीं फोटो 6 सन्नाटे में तुलसीडीह पथफोटो 7 गांवों में सन्नाटा.खूंटी़ जिले के संवेदनशील क्षेत्र अड़की प्रखंड में 22 नवंबर को पंचायत चुनाव होनेवाला है़ पर खौफ के कारण प्रखंड में चुनाव को लेकर चहल-पहल नहीं के बराबर है़ हमारे प्रतिनिधि ने क्षेत्र का हाल जानने का प्रयास किया़ इसी क्रम में बारबांकी के समीप कोरबा गांव के रास्ते में उनकी मुलाकात सेवानिवृत एक कर्मचारी से हुई़ उनसे यह पूछे जाने पर वोट का रूझान किसके पक्ष में है. उन्होंने कहा कि इस बारे में स्पष्ट कुछ नहीं कहा जा सकता़ चुनाव को लेकर यहां कोई विशेष चहल-पहल भी नहीं है़ डर बना रहता है़ अड़की से कोरबा की दूरी करीब 12 किमी है़ यात्रा के क्रम में कहीं भी चुनाव प्रचार नहीं दिखा़ कोरबा में एक ग्रामीण ने पूछे जाने पर कहा कि ई सब बात ना पूछू बाबू़ इसी दौरान एक महिला वहां पहुंची़ पूछे जाने पर कहा कि बेटा जेकरा मन करत, ओकरे वोट देबऊ़ कुदेरने पर बताया कि तीन चार दिन बेटा मन (नक्सली या उग्रवादी) राइत के आये रहेय. उनकरे बोली में वोट देमू. अड़की के गांवों में पूरे दिन भ्रमण के दौरान एक भी प्रत्याशी सड़क पर प्रचार प्रसार करते नहीं दिखे. सिर्फ एक महिला प्रत्याशी इस काम में दिखी, वह भी अपने रिश्तेदारों के पास. गांवों की स्थिति है कि कोई किसी से चुनाव के संबंध में बात करने को तैयार नहीं.