तीसरे दिन भी बंद रहा पुरनाडीह खदान

प्रबंधन के साथ ग्रामीणों की वार्ता विफल खलारी : सीसीएल अंतर्गत एनके एरिया का पुरनाडीह खदान शनिवार को तीसरे दिन भी बंद रहा़ हैवी ब्लास्टिंग से हुए नुकसान पर आंदोलन कर रहे ग्रामीण अब मुआवजा और पुनर्वास की मांग पर अड़ गये हैं गुरुवार को पुरनाडीह खदान में किये गये हैवी ब्लास्टिंग से कई बड़े-छोटे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2015 12:59 AM
प्रबंधन के साथ ग्रामीणों की वार्ता विफल
खलारी : सीसीएल अंतर्गत एनके एरिया का पुरनाडीह खदान शनिवार को तीसरे दिन भी बंद रहा़ हैवी ब्लास्टिंग से हुए नुकसान पर आंदोलन कर रहे ग्रामीण अब मुआवजा और पुनर्वास की मांग पर अड़ गये हैं
गुरुवार को पुरनाडीह खदान में किये गये हैवी ब्लास्टिंग से कई बड़े-छोटे पत्थर आसपास रह रहे ग्रामीणों के घरों के छत पर गिरे़ कई छतों के एसबेस्टस टूट गये़ इस घटना के बाद आक्रोशित कुसुम टोला के प्रभावित ग्रामीण पुरनाडीह खदान के फेज वन तथा फेज टू दोनों खदान को बंद करा दिया है़ ग्रामीणों का कहना है कि खदान बढ़ते-बढ़ते उनके घरों से 50 मीटर की दूरी पर पहुंच गयी है़ शनिवार को प्रबंधन के लोग प्रभावित ग्रामीणों को मनाने गये, लेकिन वार्ता विफल हो गयी़
ग्रामीण इस बात पर अड़े हैं कि पहले उनके घर-मकान, पेड़ का मुआवजा दिया जाये, साथ ही मूलभूत सुविधाओं सहित कहीं पुनर्वासित किया जाये़ इसके बाद ही खदान चलाने देंगे़
वार्ता में प्रबंधन की ओर से एनके एरिया महाप्रबंधक केके मिश्रा के अलावा पीओ पीएल केवट, एसओपी एके सिंह, रेभन्यू ऑफिसर एके सिन्हा, ग्रामीणों की ओर से बीगन सिंह भोगता, धनराज भोगता, बालेशर उरांव, महेंद्र उरांव, नरेश गंझू, विनय खलखो, रामदयाल उरांव, झुनुआ उरांव आदि शामिल थे़

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