थम नही रहा है कोयले का अवैध धंधा

ट्रेनों की बोगियों में रख दिये जाते हैं कोयले के बोरे सिल्ली : रेल प्रशासन की लाख कोशिश के बावजूद ट्रेनों में कोयले का अवैध धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज भी ट्रेनों में बोरे में भर कर कोयले ढोये जा रहे हैं. इसका एक उदाहरण बरकाकाना से टाटा एवं बरकाना से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2013 4:31 AM

ट्रेनों की बोगियों में रख दिये जाते हैं कोयले के बोरे

सिल्ली : रेल प्रशासन की लाख कोशिश के बावजूद ट्रेनों में कोयले का अवैध धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज भी ट्रेनों में बोरे में भर कर कोयले ढोये जा रहे हैं. इसका एक उदाहरण बरकाकाना से टाटा एवं बरकाना से आद्रा चलने वाली ट्रेनों में देखा जा सकता है.

सूत्र बताते हैं कि इस ट्रेन में प्रतिदिन 10 टन से अधिक कोयला बोरे में भर कर माफिया द्वारा गंतव्य स्थान तक पहुंचाये जाते हैं.

ट्रेनों में कोयला के बोरे लदे होने के कारण यात्रियों को परेशानी होती है. अधिकतर बोरे ट्रेन के बाथरूम में रख दिये जाते हैं. उक्त कोयला बरकाकाना के सीसीएल क्षेत्र से लाये जाते हैं, जिन्हें सुईसा आदि क्षेत्रों में ऊंचे दाम पर बेचा जाता है. इस कार्य को बड़की पोना के कुछ लोग अंजाम दे रहे हैं.

आरोप है कि इस धंधे में रेल पुलिस की मिलीभगत होती है. इसके बदले उन्हें बंधी बंधायी रकम मिल जाती है. इस संबंध में मुरी आरपीएफ प्रभारी एसके सिंह ने बताया कि ट्रेनों में कोयला लादे जाने की सूचना नहीं है. अगर इस तरह की बात है, तो कार्रवाई की जायेगी.

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