जरूरतमंदों को नहीं मिलता एंबुलेंस का लाभ
जरूरतमंदों को नहीं मिलता एंबुलेंस का लाभफोटो १…टूटे पैर में प्लास्टर के बाद ग्रामीण को रिक्शा से घर ले जाते परिजन.खूंटी. सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये एंबुलेंस का आम आदमी को कितना लाभ मिलता है, यह ऊपर की तसवीर बया करती है. सरकार समाजसेवी संगठनों को जनप्रतिनिधि कोष से आम जनता की सुविधा के लिए […]
जरूरतमंदों को नहीं मिलता एंबुलेंस का लाभफोटो १…टूटे पैर में प्लास्टर के बाद ग्रामीण को रिक्शा से घर ले जाते परिजन.खूंटी. सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये एंबुलेंस का आम आदमी को कितना लाभ मिलता है, यह ऊपर की तसवीर बया करती है. सरकार समाजसेवी संगठनों को जनप्रतिनिधि कोष से आम जनता की सुविधा के लिए एंबुलेंस उपलब्ध कराती है. लेकिन उन एंबुलेंस का लाभ जनता को मिल रहा है या नहीं, इसकी सुधि न तो जनप्रतिनिधियों को अौर न ही जिला के अधिकारियों को रहती है. खूंटी में किसी घटना के बाद सदर अस्पताल, एसजीभीएस, सरना समाज मारंगहादा, जीइएल चर्च व कुछ अन्य संगठनों का एंबुलेंस ही उपलब्ध हो पाता है. अगर इनसे एंबुलेंस न मिले, तो अन्य समाजसेवी संगठनों से एंबुलेंस लेना टेढ़ी खीर है. कई संगठन तो एंबुलेंस का उपयोग रांची व अन्य जगहों में जाने व अपने निजी कार्यों में करते हैं. एसडीओ नीरजा कुमारी ने बताया कि शीघ्र ही वे इस मामले की जांच कर कार्रवाई करेंगी.जिन संस्थाअों को मिले हैं एंबुलेंस एंबुलेंस प्राप्त करनेवाली संस्थाअों में संत फ्रांसिस कैथोलिक चर्च गोरबेड़ा, जीइएल चर्च तपकारा, कोयलकारो जनसंगठन तोरपा, जीइएल चर्च गोविंदपुर, संत एग्नोस्टिन चर्च पिंडूल, जीइएल चर्च पेरिसा मरचा, ग्रामीण किसान मजदूर विकास समिति गरई, आरसीचर्च पिंडूल, ग्रामीण किसान मजदूर विकास समिति जरियागढ़, ग्रामीण किसान मजदूर विकास समिति कर्रा एवं रनिया, अखिल भारतीय सरना समाज रनिया, अखिल भारतीय रौतिया समाज खूंटी, अंजुमन इसलामिया खूंटी, अनुसूचित जाति युवा संगठन समाज सेवा समिति खूंटी, अखिल भारतीय सरना समाज तारोसिलादोन, अखिल भारतीय सरना समाज मुरहू शामिल हैं. इसके अलावा अन्य दर्जनों संगठनों ने भी एंबुलेंस प्राप्त किये हैं.