खदान का होगा विस्तारीकरण

एनके एरिया के महाप्रबंधक केके मिश्रा की पहल पर ग्रामीणों के साथ हुई बैठक खदान के विस्तारीकरण को लेकर चल रहे एनके एरिया प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच गतिरोध समाप्त हो गया. यह स्थिति करकट्ट-खिलानधौड़ा व एनके एरिया के महाप्रबंधक के बीच अलग-अलग बैठक से बनी है खलारी : एनके एरिया के महाप्रबंधक केके मिश्रा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2016 7:52 AM
एनके एरिया के महाप्रबंधक केके मिश्रा की पहल पर ग्रामीणों के साथ हुई बैठक
खदान के विस्तारीकरण को लेकर चल रहे एनके एरिया प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच गतिरोध समाप्त हो गया. यह स्थिति करकट्ट-खिलानधौड़ा व एनके एरिया के महाप्रबंधक के बीच अलग-अलग बैठक से बनी है
खलारी : एनके एरिया के महाप्रबंधक केके मिश्रा के पहल पर करकट्टा-खिलानधौड़ा में केडीएच खदान के विस्तारीकरण का मार्ग प्रशस्त हो गया. केडीएच खदान के विस्तारीकरण को लेकर बुधवार को खिलानधौड़ा व करकट्टा दुर्गा मंडप में ग्रामीण व प्रबंधन के बीच अलग-अलग बैठक हुई.
करकट्टा की बैठक में महाप्रबंधक ने स्पष्ट किया कि एनके एरिया द्वारा पुरनाडीह, जेहलीटांड़ में विस्थापन के लिए जो मुआवजा दिया गया है, उसी के अनुसार करकट्टा व खिलानधौड़ा के ग्रामीणों को भी मुआवजा दिया जायेगा. उन्होंने ग्रामीणों से वंशावली बनाने की प्रक्रिया तेज करने को कहा. इसके साथ ही केडीएच पीओ केडी प्रसाद व अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि दो-तीन दिनों में ग्रामीणों के घरों की मापी की प्रक्रिया पूरी कर लें.
जीएम ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा कागजात जमा करने के अंतिम तिथि से छह महीने के अंदर वे बोर्ड से स्वीकृति ले लेंगे. कहा कि वे किसी रैयत की जमीन पर माइनिंग नहीं करने जा रहे हैं, बल्कि जिस वनभूमि में माइनिंग के लिए सरकार ने उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है उस वनभूमि में माइनिंग करने जा रहे हैं. उन्होंने ग्रामीणों से माइनिंग शुरू करने में सहयोग मांगा. उधर ग्रामीणों का कहना था कि पहले ही उनकी बस्ती के पीछे खदान चलाया जा रहा है.
रोज दिन के ब्लास्टिंग, कोयले में लगी आग व धूल से वे प्रभावित हैं. वन भूमि उनकी बस्ती के सामने है. यदि इसमें माइनिंग शुरू किया गया तो आगे-पीछे माइंस से वे घिर जायेंगे. इस हाल में यहां रहना मुश्किल हो जायेगा. ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें मुआवजा देकर हटा लिया जाये, फिर खदान खोला जाये. वहीं प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि विस्थापन और खदान खोलने की प्रक्रिया एक साथ चलाया जाये.
बैठक में मौजूद लोग
बैठक में प्रबंधन की ओर से जीएम केके मिश्रा के अलावे एसओपी एके सिंह, एसओ पीएंडपी यूसी गुप्ता, केडीएच पीओ केडी प्रसाद, सुनील सिंह, वीपीआर कंपनी के आरके व ग्रामीणों की ओर से राज किशोर राम पासवान, राजीव सिन्हा, जनेश्वर प्रसाद सिंह, अजय कुमार साहू, सभाजीत सिंह, अनिल पासवान, विनय सिंह, रमेशर सिंह, मोती सिंह, राजू सिंह, राजा कर, गौतम सिंह सहित काफी संख्या में महिला -पुरुष शामिल थे.

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