ट्रांसपोर्टिंग पुल आवागमन का सहारा

पिपरवार : रविवार की रात हुई जोरदार बारिश में बचरा झूला पुल के निकट धंसा छलका पुल बह गया. सपही नदी पर बचरा में बना छलका पुल आम लोगों के आवागमन का एकमात्र मार्ग था. इस पुल के निर्माण में कई कलवर्ट का उपयोग किया गया है. नदी से बह कर आनेवाली झाड़ियों से ह्यूम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2016 8:22 AM
पिपरवार : रविवार की रात हुई जोरदार बारिश में बचरा झूला पुल के निकट धंसा छलका पुल बह गया. सपही नदी पर बचरा में बना छलका पुल आम लोगों के आवागमन का एकमात्र मार्ग था. इस पुल के निर्माण में कई कलवर्ट का उपयोग किया गया है. नदी से बह कर आनेवाली झाड़ियों से ह्यूम पाइप जाम हो जाने के कारण पानी का दबाव बढ़ने से पुल के धंसने की बात बतायी जा रही है.
यह पुल रांची व चतरा जिला के सीमांत पर अवस्थित है. पहले वहां पुल नहीं था. तब मजदूरों के खदान आने-जाने के लिए झूला पुल बनाया गया था. झूला पुल लोहे के रस्से में टंगा हुआ पुल है.
जिससे आज भी लोग आवागमन करते हैं. कोयला ट्रांसपोर्टिंग को लेकर छलका पुल के बगल में यूपी ब्रिज द्वारा नया पुल बनाया गया. इस पुल से सिर्फ कोयला ढुलाई होती है. आम लोगों या छोटे वाहनों के परिचालन के लिए सुरक्षा की दृष्टि से इसका उपयोग नहीं होता. कोई विकल्प नहीं रहने के कारण छलका पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से उक्त ट्रांसपोर्टिंग पुल के रास्ते से ही आवागमन शुरू कर दिया गया है.

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