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500 किसानों का फसल बीमा

फसल बीमा का भुगतान नहीं होने का मामला भी उठा तोरपा : पंचायत समिति तोरपा की जेनरल बॉडी की बैठक मंगलवार को समिति के सभागार में हुई. बैठक में विभागवार योजनाओं की समीक्षा की गयी. विभिन्न विभाग के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं की प्रगति की अद्यतन जानकारी समिति के सदस्यों को दी. बैठक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2016 6:04 AM
फसल बीमा का भुगतान नहीं होने का मामला भी उठा
तोरपा : पंचायत समिति तोरपा की जेनरल बॉडी की बैठक मंगलवार को समिति के सभागार में हुई. बैठक में विभागवार योजनाओं की समीक्षा की गयी. विभिन्न विभाग के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं की प्रगति की अद्यतन जानकारी समिति के सदस्यों को दी. बैठक में पंचायत समिति सदस्य पौलूस तोपनो ने फसल बीमा का भुगतान नहीं होने का मामला रखा. अगुस्तीन तोपनो ने बनई गांव में नल-जल योजना के शुरू नहीं होने की बात अधिकारियों को बतायी. अधिकारियों ने वहां पर बोरिंग फेल होने की जानकारी दी.
बैठक में जलापूर्ति के बिल का भुगतान किस्तों में करने की मांग भी की गयी. तोरपा मेन रोड पर कई जगहों पर बने गड्ढे के बारे में भी चर्चा की गयी. परंतु पथ निर्माण विभाग से किसी भी अधिकारी के उपस्थित नहीं रहने के कारण इसका हल नहीं निकला. बैठक में प्रमुख रोशनी गुड़िया व उपप्रमुख सोफिया सुल्ताना ने कहा कि अधिकारी योजनाओं को जमीन पर उतारने में ईमानदारी बरतें. उन्होंने पंचायत समिति की बैठक में कई विभाग के अधिकारियों के उपस्थित नहीं रहने पर आक्रोश व्यक्त किया तथा कहा कि कुछ अधिकारी पंचायत समिति की बैठक को तरजीह नहीं देते हैं तथा लगातार बैठक से अनुपस्थित रहते हैं.
यह चिंता की बात है. बैठक में बीसीओ शर्मानंद प्रसाद, जेएसएस रवि कुमार सहगल, सीडीपीओ पूर्णिमा सिंह, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता शिव कुमार दिनकर सहित पंचायत समिति सदस्य विश्वासी भेंगरा, मानसिद्ध गुड़िया, अनीता लकड़ा, सलानी लुगुन, अमूल्या बरला आदि उपस्थित थे.
फसल बीमा में रुचि नहीं ले रहे किसान : तोरपा : प्रधानमंत्री फसल बीमा में प्रखंड के किसान रुचि नहीं ले रहे हैं.प्रखंड में लगभग चार हजार किसानों के फसल की बीमा कराने का लक्ष्य रखा गया है. जानकारी के अनुसार इसके लिए 31 जुलाई डेडलाइन रखा गया है. परंतु अब तक सिर्फ 500 किसानों का ही फसल बीमा कराया गया है. इस कार्य के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ, बीटीएम, कृषक मित्र, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, लैंपस के अधिकारी कर्मचारी को लगाया गया है. परंतु अभी तक इस दिशा में तेजी नहीं आयी है.

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