प्रकृति से जुड़ने का माध्यम है पेड़
पर्यावरण की सुरक्षा व महत्ता से संबंधित विद्यार्थियों के बीच चित्रकला व रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन खूंटी : डीएवी स्कूल खूंटी में मंगलवार को वन महोत्सव का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि डीडीसी वी भास्करण ने कहा कि हम सभी व्यस्तता के कारण प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं. जलवायु में परिवर्तन हो रहा […]
पर्यावरण की सुरक्षा व महत्ता से संबंधित विद्यार्थियों के बीच चित्रकला व रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन
खूंटी : डीएवी स्कूल खूंटी में मंगलवार को वन महोत्सव का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि डीडीसी वी भास्करण ने कहा कि हम सभी व्यस्तता के कारण प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं. जलवायु में परिवर्तन हो रहा है. पेड़ प्रकृति से जुड़ने का माध्यम है. संकल्प लेने की जरूरत है कि सभी मिल कर आनेवाली पीढ़ी को हरा-भरा झारखंड देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
डीसी ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे न सिर्फ स्कूल, बल्कि अपने घरों में भी पांच-पांच पौधे जरूर लगायेंगे. इन पौधों की निष्ठा के साथ सुरक्षा करेंगे. पौधे लगा कर इसे वृक्ष का रूप देना काफी पुण्य का काम है. प्राचार्य टीपी झा ने कहा कि डीएवी परिवार शुरू से ही बच्चों को पर्यावरण की रक्षा का संदेश देता रहा है. वृक्षों की महत्ता के बाबत जागरूकता कार्यक्रम भी होते हैं.
पर्यावरण की सुरक्षा व महत्ता से संबंधित विद्यार्थियों के बीच चित्रकला व रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें अभिषेक कुमार मिश्रा प्रथम, आर्या रंजन द्वितीय एवं अदिति तृतीय स्थान पर रही. भाषण प्रतियोगिता में नैंसी गुप्ता, अनीता भेंगरा, शौर्य सिंह ने वनों की महत्ता से लोगाें को रूबरू कराया. सभी पुरस्कृत किये गये.
मौके पर स्कूल परिसर में एक सौ से ज्यादा फलदार व अन्य पौधे लगाये गये. विद्यार्थियों को इसकी सुरक्षा की जिम्मेवारी दी गयी. धन्यवाद ज्ञापन रामप्रवेश प्रसाद ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में एम गौरी शंकर, आरके सिंह, जेबी मल्लिक, राकेश कुमार, पवन सिंह एवं धर्मवीर कुमार, मृत्युंजय सिंह व अन्य शिक्षकों का योगदान रहा.