मेयर ने रोक दिया सीएम का काफिला की शिकायत, ट्रैफिक सिपाही निलंबित
रांची : मेयर आशा लकड़ा मंगलवार को कांके रोड से होते हुए एचइसी में आयोिजत कौशल विकास के कार्यक्रम में भाग लेने जा रही थीं. करीब 11 बजे उनकी कार रातू रोड चौराहे से गुजरी. इसी बीच चौराहे पर एक ट्रैफिक सिपाही संजीव कुमार ने गाड़ी रोकने का सिग्नल दिया, लेकिन मेयर के ड्राइवर ने […]
रांची : मेयर आशा लकड़ा मंगलवार को कांके रोड से होते हुए एचइसी में आयोिजत कौशल विकास के कार्यक्रम में भाग लेने जा रही थीं. करीब 11 बजे उनकी कार रातू रोड चौराहे से गुजरी. इसी बीच चौराहे पर एक ट्रैफिक सिपाही संजीव कुमार ने गाड़ी रोकने का सिग्नल दिया, लेकिन मेयर के ड्राइवर ने गाड़ी आगे बढ़ा दी. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उनकी कार को घेर लिया.
इस पर ड्राइवर और पुलिसकर्मियों की बीच बहस होने लगी. ट्रैफिक सिपाही ने मेयर के ड्राइवर से कहा: गाड़ी होश में चलाओ. मेयर ने बॉडीगार्ड ने मामले में हस्तक्षेप किया. विवाद बढ़ता देख मेयर भी गाड़ी से नीचे उतर आयीं. मेयर के सामने उनका ड्राइवर पुलिसकर्मियों पर गाली देने
का आरोप लगाने लगा. सूचना मिलने पर भाजपा के अन्य नेता और कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे. इससे वहां जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. मौजूद समर्थकों ने भी पुलिसकर्मियों के खिलाफ आक्रोशित हो गये.
ट्रैफिक एसपी को सीएम ने दिया कार्रवाई के निर्देश
घटना के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास का काफिला भी वहां से गुजर रहा था. वे भी कौशल विकास के कार्यक्रम में जा रहे थे. मेयर ने मुख्यमंत्री
के काफिले को मेयर ने रुकवाया
और सिपाही पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की. मुख्यमंत्री ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. बाद में मुख्यमंत्री ने ट्रैफिक एसपी संजय रंजन सिंह को बुला कर मामले की जांच कर कार्रवाई करने को कहा. मुख्यमंत्री के निर्देश पर ट्रैफिक एसपी ने जांच में दोषी पाते हुए सिपाही संजीव कुमार को निलंबित कर दिया.
मेयर आशा लकड़ा ने रखा अपना पक्ष
इस मामले में मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि कौशल विकास के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वे एचइसी जा रही थी. उनकी गाड़ी रातू रोड चौराहे को क्रॉस कर रही थी. बीच सड़क पर पहुंचने के बाद एक ट्रैफिक सिपाही ने उन्हें हाथ दिखा कर रोक दिया. जबकि दूसरा सिपाही, जो ट्रैफिक पोस्ट पर खड़ा था, वह जाने का सिग्नल दे रहा था. वे असमंजस में थी कि अब आगे जायें कि कार को पीछे कर लें. इतने में ट्रैफिक पोस्ट पर खड़ा सिपाही आया और आकर कहने लगा कि हटाओ गाड़ी डीजीपी का काफिला जाने वाला है.
इस पर उनके ड्राइवर ने कहा कि हम तो जाने के लिए तैयार हैं. लेकिन आप ही का एक सिपाही तो हमें रुकने के इशारा कर रहा है. इतने में ट्रैफिक सिपाही भड़क गया. उसने बहुत ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया. मेयर अपने बॉडीगार्ड के साथ सड़क पर उतरीं, परंतु ट्रैफिक पुलिस की बदतमीजी कम नहीं हुई. इसके बाद उनके कुछ समर्थक आये अैर वे नारेबाजी करने लगे. इससे कुछ देर तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी.