जेएसएससी कार्यालय में ताला जड़ा, लाठीचार्ज

कई प्रदर्शनकारियों को लगी चोट नामकुम : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के (जेएसएससी) नामकुम काली नगर स्थित कार्यालय के समक्ष सोमवार को झारखंड कांस्टेबल बहाली प्रतियोगिता परीक्षा के आवेदकों ने धरना-प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय के मुख्य प्रवेशद्वार पर तालाबंदी कर सरकार व आयोग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. आयोग के अधिकारियों ने आवेदकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2017 8:14 AM

कई प्रदर्शनकारियों को लगी चोट

नामकुम : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के (जेएसएससी) नामकुम काली नगर स्थित कार्यालय के समक्ष सोमवार को झारखंड कांस्टेबल बहाली प्रतियोगिता परीक्षा के आवेदकों ने धरना-प्रदर्शन किया.

प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय के मुख्य प्रवेशद्वार पर तालाबंदी कर सरकार व आयोग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. आयोग के अधिकारियों ने आवेदकों को काफी समझाया, लेकिन वे नहीं माने. उन्होंने ताला खोलने से इनकार कर दिया. प्रदर्शन की सूचना मिलने पर नामकुम पुलिस वहां पहुंची. इसी बीच अधिकारियों के साथ बातचीत के समय ही पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दी. पुलिस ने बलपूर्वक ताला खुलवाया. इससे वहां अफरा-तफरी मच गयी. लाठीचार्ज में अमित कुमार नामक एक अभ्यर्थी का सिर भी फूट गया.

पुलिस उसे अपने साथ लेती गयी. हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों ने बताया कि 28 दिसंबर को आयोग ने शारीरिक व मेडिकल जांच के बाद चयनित छात्रों की सूची प्रकाशित की गयी थी, जिसमें उनका नाम था. प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया गया था. उसके बाद आयोग ने तीन जनवरी को एक संशोधित सूची प्रकाशित की, जिसमें उनका नाम हटा दिया गया. सूची से बाहर किये गये सैकड़ों अभ्यर्थियों ने इस बारे में आयोग के पदाधिकारियों से पूछा. अधिकारियों ने बताया कि टाइपिंग भूल की वजह से असफल अभ्यर्थियों का नाम पूर्व की सूची में जुड़ गया था. इसके बाद अभ्यर्थियों ने आयोग को लिखित शिकायत दी.

पांच जनवरी को आयोग द्वारा उन्हें पुन: मेडिकल परीक्षा कराने के लिए पांच जनवरी को आवेदन देने की बात कही थी. इस पर उन्होंने आवेदन भी दिया था. आवेदन पर की गयी कार्रवाई से संबंधित जानकारी मांगने के लिए अभ्यर्थी सोमवार को आयोग कार्यालय पहुंचे थे. अभ्यर्थियों का आरोप था कि वहां उनकी बात नहीं सुनी जा रही थी. इससे नाराज होकर उन्होंने मुख्यद्वार पर ताला लगा कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. लाठीचार्ज से कई अभ्यर्थियों को चोट भी लगी है.

Next Article

Exit mobile version