धूल व प्रदूषण से दिलायें निजात
प्रदूषण की समस्या गंभीर, अब न्यायालय ही सहारा : अब्दुल्ला खलारी : खलारी के कई गांव-बस्ती के धूल प्रदूषण से त्रस्त ग्रामीणोंं ने जिप सदस्य अब्दुल्ला अंसारी से इससे निजात दिलाने की गुहार लगायी है. इनमें बर टोला, केकराहीगढ़ा, भूतनगर, केडीएच माइनस कॉलोनी, डकरा ए टाइप, बी टाइप, सुभाषनगर, मोहननगर, लंबा धौड़ा, चदरा धौड़ा, केडी, […]
प्रदूषण की समस्या गंभीर, अब न्यायालय ही सहारा : अब्दुल्ला
खलारी : खलारी के कई गांव-बस्ती के धूल प्रदूषण से त्रस्त ग्रामीणोंं ने जिप सदस्य अब्दुल्ला अंसारी से इससे निजात दिलाने की गुहार लगायी है. इनमें बर टोला, केकराहीगढ़ा, भूतनगर, केडीएच माइनस कॉलोनी, डकरा ए टाइप, बी टाइप, सुभाषनगर, मोहननगर, लंबा धौड़ा, चदरा धौड़ा, केडी, करकट्टा आदि के ग्रामीण शामिल थे. बर टोला, केकराहीगढ़ा, भूतनगर के ग्रामीणों ने बताया कि मोनेट डेनियल कोल वाशरी के कुप्रबंधन से काफी मात्रा में कोल डस्ट वातावरण में फैल रहा है. जिससे गांव में रहना मुश्किल होता जा रहा है.
मोनेट प्रबंधन कोयला धुलाई का पानी सोनाडुबी नदी में प्रभावित कर रहा है. जबकि इस नदी पर बड़ी आबादी आश्रित है. मोनेट प्रबंधन प्रदूषण रोकने के नाम पर केवल औपचारिकता पूरी कर रहा है. वहीं सुभाषनगर के रास्ते केडीएच, डकरा व केडी ओल्ड साइडिंग तक डंपर से कोयला ढुलाई में काफी धूल उड़ रही है. रोड सेल से कोयला ढोने वाले ट्रकों की भारी संख्या के कारण भी सड़क पर निरंतर धूल उड़ रही है. करकट्टा में केडीएच पैच में हो रही खुदाई के कारण करकट्टा विश्रामपुर कॉलोनी व आसपास रहना मुश्किल हो गया है.
समस्या सुनने के बाद जिप सदस्य ने कहा कि खलारी में प्रदूषण की समस्या गंभीर होती जा रही है. राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद भी खलारी की हालात पर गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि खलारी के लोगों को प्रदूषण से बचाने के लिए अब न्यायालय ही सहारा है. वह इस मामले को लेकर जल्द हाइकोर्ट जायेंगे.