शिकार करनेवालों का ग्रामीणों ने किया विरोध
सोनाहातू : 12 साल बाद निकला जनी शिकार रविवार को राहे प्रखंड के दर्जनों गांवों में घुस कर शिकार किये. लोगों की बकरी, खस्सी, मुर्गा, बत्तख आदि को जनी शिकार की सदस्यों ने शिकार किया. परंपरा के अनुसार पुरुष वेश में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं प्रखंड के सताकी, आंबाझरिया, भेलकी, कोंबो, जाराडीह, हल्दीबेड़ा, राहे, […]
सोनाहातू : 12 साल बाद निकला जनी शिकार रविवार को राहे प्रखंड के दर्जनों गांवों में घुस कर शिकार किये. लोगों की बकरी, खस्सी, मुर्गा, बत्तख आदि को जनी शिकार की सदस्यों ने शिकार किया. परंपरा के अनुसार पुरुष वेश में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं प्रखंड के सताकी, आंबाझरिया, भेलकी, कोंबो, जाराडीह, हल्दीबेड़ा, राहे, नावागांव, महेशपुर, दोकाद, डोमनडीह आदि गांवों में घुस कर सैकड़ों मुर्गा, दर्जनों खस्सी का शिकार किये.
राहे और महेशपुर गांव में लोगों ने इनका काफी विरोध किया.
जनी शिकार के सदस्यों ने कई लोगों के हजारों की कीमत वाले खस्सी का शिकार किया. ग्रामीणों ने जनी शिकार की सदस्यों से धक्का-मुक्की भी की. सभी जनी शिकार के सदस्य अनगड़ा प्रखंड के विभिन्न गांवों से आयी थीं.