संडे सुविधा बंद हुई, तो लड़ाई तेज

खलारी : राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ एनके एरिया इकाई की बैठक वीआइपी सभागार में हुई. अध्यक्षता एरिया अध्यक्ष बीएन पांडेय ने की. बैठक के दौरान कोयला मजदूरों के हितों के खिलाफ लिये जा रहे सरकार के निर्णय का कड़ा विरोध किया गया. बताया गया कि कामगारों को संडे व ओटी की विशेष सुविधा प्राप्त है, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2017 8:59 AM
खलारी : राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ एनके एरिया इकाई की बैठक वीआइपी सभागार में हुई. अध्यक्षता एरिया अध्यक्ष बीएन पांडेय ने की. बैठक के दौरान कोयला मजदूरों के हितों के खिलाफ लिये जा रहे सरकार के निर्णय का कड़ा विरोध किया गया. बताया गया कि कामगारों को संडे व ओटी की विशेष सुविधा प्राप्त है, उसे बंद करने का निर्णय लिया जा रहा है.
इसके अलावा दसवें वेतन समझौता को लागू करने में जानबूझ कर देर की जा रही है. सीएमपीएफ के इपीएफ में विलय करने पर विचार किया जा रहा है. बीएन पांडेय ने कहा कि कोयला कामगारों की मेहनत से ही कोल इंडिया अपने वर्तमान मुकाम पर पहुंचा है. लेकिन भारत सरकार कोल इंडिया को लेकर जो नीतिगत बदलाव करने जा रही है वह कोयला कामगार विरोधी है. सभी कामगारों के लिए संडे को वेतन सहित अवकाश की सुविधा प्राप्त है.
इसे प्रबंधन क्रमश: समाप्त करने की योजना में है. पांडेय ने कहा कि संडे सुविधा बंद हुआ, तो आरसीएमएस आरपार की लड़ाई लड़ेगा. वहीं यूनियन के एरिया सचिव अब्दुल्ला अंसारी ने कहा कि मजदूरों के हितों को नुकसान पहुंचाना उचित नहीं है. सरकार मजदूर विरोधी हो गयी है. अंसारी ने कहा कि संडे सुविधा बंद हुआ, तो कामगारों को आर्थिक नुकसान होगा. सरकार चालाकी से फेजवाइज संडे सुविधा बंद करने जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि कमगारों के किसी भी हित को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गयी, तो एनके एरिया का प्रोडक्शन और डिस्पैच दोनों ठप करा दिया जायेगा.
उन्होंने मजदूरों से भी आंदोलन के लिए एकजुट होकर तैयार रहने की बात कही. तय हुआ कि 10 मई को गुरुद्वारा चौक डकरा से जीएम कार्यालय तक मशाल जुलूस निकाला जायेगा. बैठक में जयंत पांडेय, इसहाक अंसारी, अवधबिहारी, कमला मुंडा, जशवंत पांडेय, शंकर सिंह, प्रदीप पांडेय, प्रकाश दुबे, पजू महतो, संतोष कोशले, पीएन दुबे, सोनू पांडेय, सुनील सिंह, बिगु विश्वकर्मा, विनय चौहान, बसंत मुंडा, कन्हाई पासी, विजय चौहान, मो आबिद, मोबिन खान, विजय, योगेंद्र पासवान आदि शामिल थे.

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