समर्पण दिवस मना कर बाबा हरदेव सिंह को दी श्रद्धांजलि
खलारी : संत निरंकारी मिशन खलारी ब्रांच द्वारा समर्पण दिवस मना कर बाबा हरदेव सिंह जी महाराज को श्रद्धांजलि दी गयी. खलारी के चूरी सत्संग भवन में महात्मा शिवनाथ जी की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की जीवनी पर चर्चा की गयी. महात्मा शिवनाथ जी […]
खलारी : संत निरंकारी मिशन खलारी ब्रांच द्वारा समर्पण दिवस मना कर बाबा हरदेव सिंह जी महाराज को श्रद्धांजलि दी गयी. खलारी के चूरी सत्संग भवन में महात्मा शिवनाथ जी की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की जीवनी पर चर्चा की गयी. महात्मा शिवनाथ जी ने कहा कि बाबा हरदेव सिंह जी महाराज एक ऐसे सद्गुरु थे कि जिनका पूरा जीवन ही जनसेवा के लिए समर्पित था.
अपने निरंकारी मिशन का प्रचार-प्रसार कर भारत से आगे विदेशों तक पहुंचाया. इनका जन्म 23 फरवरी 1954 को दिल्ली में हुआ था. अपने पिता सद्गुरु बाबा गुरुवचन जी की हत्या के बाद चौथे गुरु के रूप में मिशन की बागडोर 27 अप्रैल 1980 को संभाला. बचपन से ही आध्यात्मिक माहौल में रहने के कारण उनके मन और विचार में अध्यात्म का गहरा प्रभाव पड़ा.
बाबा हरदेव सिंह जी का एक ही लक्ष्य था विश्व कल्याण के लिए महात्माओं के विचार को जन-जन तक पहुंचाना. वे प्रेम, एकता, नम्रता और विश्व बंधुत्व के विचार के द्वारा इस मिशन का प्रचार-प्रसार विदेशों में किया. कनाडा में उनके सर्वाधिक अनुयायी हैं. 13 मई 2016 को एक कार दुर्घटना में बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की असामयिक मृत्यु हो गयी.
महात्माओं ने समर्पण दिवस पर कहा कि ‘जीवन की डोर बड़ी कमजोर, न जाने कौन सा साथी छूट जाए’, इसलिए जीवन की डोर छूटने से पहले सद्गुरु की ओर समर्पित हो जायें. परमात्मा को प्राप्त कर जीवन का कल्याण करें. एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 27 देशों में करीब 100 ब्रांच जनसेवा का काम कर रहा है. इस मौके पर खलारी ब्रांच के मुखी डीके वर्मा सहित काफी संख्या में महिला-पुरुष अनुयायी उपस्थित थे.