समस्याओं का हल नहीं हुआ, तो आंदोलन

खलारी : एनके एरिया के रैयत विस्थापित एवं प्रभावित ग्रामीणों की बैठक बिरसा नगर धमधमियां में बुधवार को हुई. अध्यक्षता विश्वनाथ गंझू ने की. बैठक में पूर्व में एनके प्रबंधन को दिये गये विस्थापितों से संबंधित 28 सूत्री मांगो पर चर्चा की गयी. बैठक में विस्थापित नेताओं ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन एनके एरिया के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2017 8:34 AM
खलारी : एनके एरिया के रैयत विस्थापित एवं प्रभावित ग्रामीणों की बैठक बिरसा नगर धमधमियां में बुधवार को हुई. अध्यक्षता विश्वनाथ गंझू ने की. बैठक में पूर्व में एनके प्रबंधन को दिये गये विस्थापितों से संबंधित 28 सूत्री मांगो पर चर्चा की गयी.
बैठक में विस्थापित नेताओं ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन एनके एरिया के रैयतों की जमीन पर कोयला उत्खनन कर केवल अरबों रुपये कमाने में लगी है, लेकिन यहां रैयत विस्थापितों की समस्याओं के प्रति प्रबंधन का रवैया उदासीन एवं नकारात्मक है. जिसके चलते रैयत विस्थापितों में काफी आक्रोश है.
प्रबंधन के झूठे आश्वासनों पर रैयतों विस्थापितों को कोई भरोसा नहीं है. विस्थापितों ने एक स्वर में कहा कि प्रबंधन यहां के रैयतों तथा विस्थापितों के विकास तथा उनकी मांगों पर कोई ठोस पहल नहीं करता है तो पहली जून से एनके एरिया में न तो कोयला उत्पादन करने दिया जायेगा न ही कोयला डिस्पैच करने दिया जायेगा.
बैठक में झारखंड विस्थापित प्रभावित संघर्ष मोरचा के बैनर तले एनके एरिया के विस्थापित लड़ाई लड़ेंगे. बैठक में बालेश्वर उरांव, धनराज भोक्ता, महेंद्र उरांव, सुरेश उरांव, रामलखन गंझू, सुखदेव गंझू, विनय उरांव, दामोदर गंझू, रामदयाल उरांव, रमेश्वर भोगता, प्रदीप उरांव, विशु गंझू, विनय खलखो, रंथु उरांव, कमलेश तुरी, दशरथ तुरी, किनु गंझू, प्रभाकर गंझू, गणेश पाहन, किशुन मुंडा, पंकज मुंडा, मनीष टोप्पो व अन्य उपस्थित थे.

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